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राजनगर प्रखंड के डुमरडीहा पंचायत सचिवालय में 41 प्रशिक्षण कृषक को नि: शुल्क बीज वितरण किया गया।

राजनगर प्रखंड की डुमरडीहा पंचायत सचिवालय में पांच दिवसीय राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना कृषक प्रशिक्षण समापन हुआ। आज 41 कृषक प्रशिक्षण को करेला , लैंकी , झींगा, भेन्ड़ी का बीज दिया गया।

राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना 2023-24 अंतर्गत पांच दिवसीय कृष्क प्रशिक्षण आयोजक टी आर एस सी जमशेदपुर प्रायोजक जिला उद्यान पदाधिकारी सरायकेला खरसावां । शिक्षिका ट्रेनर अनिशा कालिंदी ने कहा कि बागवानी का अर्थ है साइंस और तकनीकी के इस्तेमाल से सब्जी का उत्पादन करना , बागवानी के मुख्य छः भाग है पहले पोमोलॉजी यानी कि फल की खेती दूसरा ओलेरीकल्चर यानी की सब्जी की खेती , तीसरा फ्लोरीकल्चर यानी की फूलों की खेती , चौथा स्पाइस एंड स्पाइस यानी की मसाले की खेती , पांचवा प्लांटेशन क्रॉप यानी कि चाय पत्ती की थी , पांचवा एरोमेटिक और मेडिसिनल क्रॉप यानी की दवा बनाने के पौधे की खेती , बागवानी में हम मिट्टी से लेकर प्लेट तक की प्रक्रिया को सिखाते हैं , जैसे की मिट्टी की जांच , मिट्टी कैसी होनी चाहिए मिट्टी में न्यूट्रिएंट कंटेंट कैसे, हम अपने खेत की उपज बढ़ाएं और उपजाऊ बढ़ाएं।

कार्बनिक उत्पाद सजावटी फूलों और उपहार में दिए जाने वाले फूलों की मांग के साथ बागवानी क्षेत्र लाभप्रद एवं आकर्षक करियर की विकल्प के रूप में उभर रहा है। बागवानी भी किसानों की आय का एक प्रमुख स्रोत है। यह उन्हें अपनी आय में विविधता लाने का अवसर प्रदान करता है। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के लिए बागवानी भी कच्चे माल का एक महत्वपूर्ण स्रोत है भारत में खाद उत्पादनों में प्रसंस्करण के लिए उपयोग किए जाने वाले कच्चे माल का एक बड़ा हिस्सा बागवानी में आता है। बिज वितरण कार्यक्रम में डुमरडीहा मुखिया श्री निमाई सोरेन, पंचायत सचिव रोशन पूर्ति, उद्यान मित्र सुनील महतो , किसान मित्र प्रशान्त पति,प्रज्ञा केंद्र संचालन अनिल महतो के द्वारा दिया गया

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