पत्थर से कूच कर युवक की हत्या, पुलिस ने हत्या का किया उद्धभेदन दो आरोपी भेजे गए जेल
Saraikella:- राजनगर थाना क्षेत्र के सीनी गांव में बीते 30 मार्च की रात को हुए युवक मरकोंडो बानरा (21) हत्याकांड का पुलिस ने एक सप्ताह के अंदर उद्धभेदन कर दिया है। पुलिस ने दो हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया है।
हत्याकांड के आरोपी सीनी गांव के ही गुमदी सवैयां उर्फ जेंगो (23 वर्ष) तथा सुधीर सवैयां (21 वर्ष) को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। दोनों ने मिलकर पत्थर से कूच कर मरकोंडो बानरा की हत्या की थी और सीनी नाला में शव को डुबो दिया था। रातभर युवक मरकोंडो के परिजन तलाश में जुटे रहे लेकिन खोज नहीं पाए थे। इसके बाद 31 मार्च को परिजनों ने राजनगर थाना में मरकोंडो के लापता होने का मामला दर्ज किया। जिसके बाद पुलिस खोजबीन में जुट गई।
लापता होने के तीन दिन बाद यानी 2 अप्रैल को, पुलिस को सूचना मिली की सीनी गांव के एक नाला में ग्रामीणों ने युवक का तैरता हुआ शव पाया है। इसके बाद पुलिस मौक़े पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और दूसरे दिन पोस्टमार्टम कर सव परिजनों को सौंप दिया।
इसके बाद थाना प्रभारी अमिश कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने बड़े ही गुप्त तरीके से मामले का अनुसंधान किया और हत्यारोपियों को दबोज लिया। चूंकि पुलिस के अनुसार मामले पर गांव वाले कुछ भी खुलासा करने से बच रहे थे। किसी को साफ-साफ पता नहीं चल पा रहा था कि आखिर हत्याकांड को किसने अंजाम दिया है। हालंकि पुलिस अपने स्तर से गहराई से अनुसंधान कर रही थी। जिस सीनी गांव में घटना हुई थी। वह राजनगर थाना मुख्यालय से करीब 25 किमी दूर है और उड़ीसा प्रान्त से सटा है। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त पत्थर तो बरामद किया था। परन्तु हत्या की गुत्थी सुलझाने में काफी मेहनत करना पड़ी। घटना के बाद से दोनों आरोपी गांव से फरार चल रहे थे। जिससे पुलिस को शक हुआ और गहन पूछताछ में पता चला कि हत्यारोपी बैंगलोर भाग गए हैं। फिर वहां से पुलिस ने दोनों को दबोचा।
ऐसे बनाया हत्या का प्लान
हत्यारोपी गुमदी सवैयां उर्फ जेंगो एवं बुधन सिंह सवैयां ने पुलिस को बताया कि “मेरी बहन एवं भाभी घर में अकेले रहती है मारकोण्डो बानरा हमेशा उनसे छेड़छाड़ करता था। ऐसा करने से हम दोनों को बहुत बुरा लगता था और मन में मारकोण्डो बानरा के प्रति नफरत हो गया था। एक दिन हम दोनों ने मारकोण्डो बानरा को जान से मारने का प्लान बनाया और मौके का इंतजार करने लगे। इसी दौरान हमारे गाँव (सिनी) नीचे टोल में सामु सामड के घर पर क्रियाकर्म( श्राद्धकर्म) चल रहा था। हम दोनों ने सोचा कि आज मारकोण्डो को जान से मारने के अच्छा मौका है। शाम को 09.30 बजे के करीब गुमदी सवैयां उर्फ जेंगो अपने मोबाईल से मारकोण्डो बानरा को फोन करके बुलाया। कुछ देर बाद मारकोण्डो बानरा वहाँ आया और हम सभी शराब एवं चखना लेकर गाँव के किनारे मोरम रोड पर चले गये तथा वहीं बैठ कर शराब एवं चखना खाने पीने लगे। खाने पीने के दौरान हम दोनों ने मारकोण्डो बानरा से बोला कि तुम मेरी बहन एवं भाभी को क्यों छेड़ते हो, तो मारकोण्डो बोला कि हम छेड़ेगे तुम मेरा कुछ नहीं कर पाओगे और हम दोनों को माँ -बहन की गालियाँ देने लगा। जिसके बाद दोनों तरफ से धक्का मुक्की होने लगी और मारकोण्डो जमीन पर गिर गया। इसी बीच गुमदी सवैया उर्फ जेंगो बगल में पड़े बड़े पत्थर को उठाकर मारकोण्डो के सिर पर पटक दिया। जिसके बाद सुधीर भी दो – तीन बार उसके सिर पर पत्थर दे मारा। जिससे मारकोण्डो की मृत्यु उसी जगह पर हो गई। जिसके बाद जमीन में गिरे खून को मिट्टी से ढक दिया और शव को अपने कंधे पर उठाकर सिनी नाला लेकर चले गये। सिनी नाला पहुँचकर मृतक के शव को पानी में डुबाकर उसके ऊपर पत्थर रखकर शव को छिपाया”।