आंधी तूफान से राजनगर के डुमरडीहा पंचायत क्षेत्र में भारी तबाही
दर्जनों मकान के छप्पर उड़े, कई पेड़ व इलेक्ट्रिक पोल गिरे, कोई हताहत नहीं
मुखिया निमाई सोरेन ने पंचायत क्षेत्र का किया दौरा, पीड़ितों को आपदा प्रबंधन विभाग से मुआवजा दिलाने का दिया आश्वासन
गुरुवार की शाम को आई तेज आंधी तूफान और बारिश ने राजनगर प्रखंड के डुमरडीहा पंचायत क्षेत्र में भारी तबाही मचाई। तेज बारिश और तूफान से कई दर्जनों घरों के छत उड़ गए। वहीं जगह जगह पेड़ उखड़ कर गिर गए। मकानों पर भी पेड़ टूटकर गिरे। जिससे कई मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। वहीं कई जगह बिजली के खंभे टूटे। सोनार पानी टंकी के सोलर पैनल भी आंधी से उड़े। आंधी तूफान का सबसे ज्यादा असर डुमरडीहा पंचायत के विक्रमपुर, महुलडीहा, लक्ष्मीपोसी में देखने को मिला। यहाँ कई घरों के छप्पर उड़ गए। बुरुडीह में तीन बिजली के खम्भे एवं पेड़ की डालियां सड़क पर गिर गए। जिससे 12 घंटे तक सड़क जाम रहा। जिससे अवगमान बाधित रहा। वहीं तूफान से घरों के छप्पर उड़ जाने से पीड़ित खुले आसमान के नीचे आ गए। मकानों के क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण पीड़ित परिवारों को रहने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है। पीड़ितों में कई गरीब किसान हैं, जो घर बनाने में भी असमर्थ हैं। वहीं डुमरडीहा पंचायत के मुखिया निमाई सोरेन एवं पंचायत सचिव रोशन पूर्ति ने शुक्रवार को डुमरडीहा पंचायत के सभी गांवों का दौरा कर क्षतिग्रस्त घरों का सर्वे किया। सरकार से जल्द ही लाभुकों को आपदा राशि मुहैया कराया जाएगा।वहीं इस आंधी तूफान से किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है।
इन लोगों के मकान तूफान से हुए क्षतिग्रस्त
महुलडीहा गांव के रामसिंह सरदार, मंगल सरदार, जोटेया सरदार, धुनु सरदार, बैशाखी सरदार, दुलाली सरदार, मालोती सरदार, सावित्री सरदार आदि।
विक्रमपुर के चमटु कैवर्त, डुमरडीहा के अनुरध्वज कैवर्त, राधानगर के सुनीता कालूंडिया आदि।