थमने का नाम नहीं ले रहा कुकडु प्रखंड क्षेत्र में हाथियों का उत्पात ,एक दर्जन घरों को किया क्षतिग्रस्त
*ईचागढ़ :* सरायकेला-खरसावां जिला के कुकडु प्रखंड क्षेत्र में हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक दर्जन हाथीयों का झुंड क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं। हाथियों का डर से शाम होते ही लोग घरों में दुबक कर रात गुजारने को विवश है । लोग घरों में भी असुरक्षित हैं। वहीं दयापुर व झापागोड़ा गांव में बीती रात को हाथीयों का झुंड ने जमकर उत्पात मचाया। हाथियों ने तांडव मचाते हुए एक दर्जन घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया। घर में सोए परिजन किसी तरह भागकर जान बचाया।
झापागोंडा में जंगली हाथियों ने गुरूदेव महतो,डोमन महतो, सुबोध महतो , विकल महतो तथा दयापुर में तनु महतो,अरूण महतो, रामकृष्ण महतो,बोनु महतो,सविया गोप, निमाई गोप व सटीक महतो का घर को तोड़कर घर में रखे चावल आदि अनाजों को अपना निवाला बनाया। मालूम हो कि दो दिन पहले भी हाथीयों ने ओड़ीया गांव में एक घर को क्षतिग्रस्त कर दिया है।
कुकड़ु क्षेत्र में इसके पहले भी कई लोगों को हाथीयों ने पटककर जान ले लिया है। लोग खेतों में भी काम करने के लिए नहीं जा पा रहे हैं। लोगों को य सता रहा है कि कहीं खेत में काम करते वक्त झाड़ी , जंगलों से हाथी निकल कर खेतों में हाथी मानव संघर्ष न हो जाय ।भाजपा नेता सचिदानंद महतो ने बताया कि हाथियों द्वारा एक दर्जन घरों को तबाह कर दिया गया। कुछ गृहस्वामी तो बेघर हो गया,कुछ घरों का आंशिक क्षति हुई। उन्होंने कहा कि बंकारकुड़ी ,तुलीनडीह व कुकड़ु जंगल में हाथियों का झुंड डेरा जमाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि हाथियों क भय से लोग दहशत के साए में जीने को मजबूर हैं। घर में भी लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वन विभाग लापरवाह हो गये है। लगातार हाथीयों द्वारा घरों को नुक्सान पहुंचाया जा रहा है, परन्तु वन विभाग के पदाधिकारी कान में तेल लेकर कुम्भकरणी निंद में सोए हुए हैं। उन्होंने कहा कि वन विभाग जल्द से जल्द हाथियों को भगाएं व क्षतिग्रस्त मकानों का मुआवजा दें , नहीं तो सड़क में उतरकर आंदोलन किया जाएगा।