सभी थाना को एसपी द्वारा सख्त निर्देश के बाबजूद खुलेआम चल रहा अवैध लॉटरी का धंधा
हाट बाजारों के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्रों में बेचा जा रहा अवैध लॉटरी
ईचागढ़ : shivnath Mahato बीते जुलाई माह को अवैध लॉटरी को लेकर पड़े छापे के बाद कुछ दिनों के लिए लॉटरी विक्रेता छुप छुप कर अपने अवैध कारोबार को मुकाम तक पहुंचा रहे थे, लेकिन अब वे स्थानीय प्रशासन को ठेंगा दिखाते हुए खुले में घर-घर जाकर के अवैध लॉटरी का धंधा मजबूती से करते हुए अपने तिजोरियां काले कमाई से भर रहे हैं। उन्हें ना तो प्रशासन का खौफ है और नहीं ही जेल जाने का भय। पहले यह अवैध लॉटरी का खेल केवल चांडिल बाजार सहित चौका, नीमडीह, ईचागढ़ और तिरुलडीह के मुख्य चौक चौराहों तक ही सीमित था। लेकिन आज के दिनों में यह लॉटरी गांव के घर-घर तक पहुंचना शुरू हो गया है। यह इसलिए संभव हो पाया है क्योंकि बीते दिन हुए अवैध लॉटरी के छापेमारी के बाद पुलिस-प्रशासन ने कार्रवाई के नाम पर केवल विक्रेताओं को जेल भेजकर चुप्पी साध लिया।
जबकि विक्रेताओं के माध्यम से पुलिस को मुख्य सरगना का नाम पता सब मालूम हो गया था इसके बाद भी आज तक वे पुलिस की गिरफ्त से दूर है या ये कहें की पुलिस ने इस केस से अपना ध्यान ही हटा लिया है। जो भी हो इससे पुलिस की कार्रवाई पर सवालिया निशान तो जरूर लगा है, लोगों का कहना है पुलिस को पर्याप्त सूचना मिलने के बाद भी अवैध लॉटरी के सरगना अब तक हवालात से बाहर है ऐसे में कैसे आज के दिनों में कानून के रखवालों पर कोई विश्वास करें। गरीब मजदूरों और किसानों की गाढ़ी कमाई को बहला फुसला कर लूट के खाने वालों के सामने तो पुलिस नतमस्तक दिख रही है। यही कारण है कि इस अवैध सभी अवैध कारोबार में लगे लॉटरी विक्रेता गांव मोहल्ले के घर-घर तक पहुंच रहा है। जिससे गांव घर के युवा, मजदूर, किसान सभी कोई इनके जद में आकर अपनी गाढ़ी कमाई बेहिसाब लुटाकर बर्बादी के कगार पर पहुंच चुका है।