माताजी आश्रम में धूमधाम से मनाई गई स्वामी विवेकानंद की 162वीं जयंती सह राष्ट्रीय युवा दिवस
आज दिनांक 12 जनवरी को श्रीश्री योगेश्वरी आनंदमयी सेवा प्रतिष्ठान माताजी आश्रम हाता में स्वामी विवेकानंद की 162वीं जयंती सह राष्ट्रीय युवा दिवस धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में जमशेदपुर के विशिष्ट समाज सेवी सह श्रीलेदरस के निदेशक शेखर दे, सम्मानीय अतिथि के रूप में पूर्व सिविल सर्जन डॉक्टर अरविंद कुमार लाल, पूर्व विधायक मेनका सरदार, जिला परिषद सूरज मंडल आदि उपस्थित थे।
सुबह 9 बजे स्वामी विवेकानंद जी की विशेष पूजा की गई, जो सुधांशु शेखर मिश्रा भट्टाचार्य ने की। उसके बाद स्वामी विवेकानंद जी का संगीत प्रस्तुत किया गया, जिसमें सुनील कुमार दे, मुकुल मंडल, तड़ित मंडल, शंकर चंद्र गोप, देसाई सोरेन, बीथिका मंडल, भास्कर दे, पतित पावन दास, रेवा गोस्वामी आदि ने भाग लिया।
सुबह 11 बजे डॉक्टर अरविंद कुमार लाल और मेनका सरदार ने दीप धूप प्रज्वलित कर अनुष्ठान का शुभारंभ किया और स्वामी विवेकानंद की प्रतिकृति पर माल्यार्पण किया। शंकर चंद्र गोप ने स्वागत भाषण दिया और युवा दिवस पर प्रकाश डाला। शिबातोष नाग ने विवेकानंद संगीत प्रस्तुत किया। बीथिका मंडल ने स्वामी विवेकानंद जी की वाणी पाठ किया।
डॉक्टर अरविंद कुमार लाल ने कहा, “विवेकानंद जी युवाओं का आदर्श हैं। युवा उनके बताए हुए मार्ग पर चलकर अपना जीवन गठन कर सकते हैं।” मुख्य अतिथि शेखर दे ने कहा, “स्वामी विवेकानंद भारत और सनातन धर्म को विश्व के पटल पर प्रतिष्ठित किया था। आज देश को स्वामी विवेकानंद को काफी जरूरत है।”
इस अवसर पर आनंद साहू, दुलाल मुखर्जी, सुधांशु शेखर मिश्र, और पूजा महतो ने भी विवेकानंद की जीवनी पर प्रकाश डाला। सुनील कुमार दे ने विवेकानंद पर कविता सुनाई और विवेकानंद जीवनी पर प्रश्न उत्तर कराया। अध्यक्ष का भाषण रघुनंदन बनर्जी ने दिया।
उसके बाद पूर्व आयोजित आल्पना, मेहदी, शंखध्वनि, लेख, भाषण, संगीत, चित्रांकण, कविता आबृत्ति प्रतियोगिताओं का सफल प्रतिभागियों को अतिथियों के हाथों से पुरस्कृत किया गया। यह पुरस्कार सुभाष संस्कृति परिषद जमशेदपुर की ओर से दिया गया। 12 बजे भोग, आरती, होम, और प्रसाद वितरण हुआ। अंत में धन्यवाद ज्ञापन कृष्ण पद मंडल ने किया तथा संचालन राजकुमार साहू ने किया। एक बजे प्रसाद वितरण हुआ।