आदिवासी कुड़मि समाज ने की केंद्रीय जांच की मांग

सरायकेला में आदिवासी कुड़मि समाज ने एक आवश्यक बैठक आयोजित की, जिसमें झिमड़ी प्रकरण रीता महतो एवं तस्लीम अंसारी के मामले में केंद्रीय स्तर से जांच की मांग की गई। समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष मनोहर महतो ने कहा कि मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा कुड़मि समाज की महिलाओं को प्रलोभन देकर अनैतिक रूप से धर्मांतरण करना निंदनीय कृत्य है।

इस मामले में आरोप है कि रीता महतो को तस्लीम अंसारी ने विवाह के उद्देश्य से घर से उठाकर पश्चिम बंगाल ले जाकर धर्म परिवर्तन कर फिजा खातून बना दिया। आदिवासी कुड़मि समाज ने केंद्रीय स्तर से जांच की मांग की है, क्योंकि रीता महतो का मूल निवास स्थान झारखंड में है और धर्म परिवर्तन करने वाले व्यक्ति का मूल निवास स्थान निश्चित नहीं है।
समाज को संदेह है कि यह कार्य महिला तस्करी का भी षड्यंत्र हो सकता है और इसमें कई सफेद पोस भी संलिप्त हो सकते हैं। आदिवासी कुड़मि समाज के महासचिव अधिवक्ता सुनील कुमार गुलिआर, केंद्रीय सहसचिव जयराम महतो, प्रदेश संगठन सचिव संजीव महतो, युवा मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष विश्वजीत महतो और अन्य पदाधिकारी और सदस्य इस बैठक में उपस्थित थे।
आदिवासी कुड़मि समाज ने केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखकर इस मामले की केंद्रीय स्तर पर जांच की मांग की है।