“बिजली समस्या: विभागीय अभियंताओं की लापरवाही के कारण परेशानी”

सरायकेला जिला मुख्यालय एवं आसपास के गांव में इस भयंकर गर्मी में बिना ठोस कारण के बिजली समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। बिजली नहीं रहने के कारण पठन-पाठन, घरेलू काम, व्यापार एवं पीने की पानी का भी भारी समस्या हमेशा हो रही है।

बिजली कटौती की मुख्य वजह विभागीय अभियंताओं की लापरवाही एवं गैरजिम्मेदाराना कार्य है। केंद्र सरकार और राज्य सरकार निर्बाध एवं पर्याप्त विद्युत आपूर्ति मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है, परंतु विभागीय अभियंताओं की लापरवाही के चलते क्षेत्र के लाखों उपभोक्ता परेशानी उठाने के लिए मजबूर हैं।
बिजली विभाग द्वारा पिछले पांच वर्षों से शहरी एवं ग्रामीण विद्युत सुदृढ़ीकरण का काम कछुआ गति से कर रहा है। निर्बाध एवं पर्याप्त बिजली आपूर्ति हेतु पूरे शहर में इंसुलेटेड वायर, हाई क्वालिटी के इंसुलेटर, नई तकनीकी के बने ट्रांसफार्मर, एबी स्वीच एवं संबंधित आवश्यक उपकरण लगाना था, परंतु आज तक बिजली वितरण की प्रक्रिया में कोई सुधार नहीं हो पाया।
बिजली आपूर्ति बद से बद्तर अवस्था में पहुंच चुकी है। निर्बाध बिजली उपलब्ध कराना आवश्यक सेवाओं की श्रेणी आता है, परंतु बिजली विभाग के लापरवाह अभियंताओं के कारण सरायकेला नगर एवं गांवों में बिजली कटौती एक बड़ी समस्या बन चुकी है। बिजली कटौती की समस्या एवं विद्युत विभाग के अभियंताओं का इसी प्रकार गैर जिम्मेदाराना रवैया रहा तो हम लोगों को जोरदार तरीके से आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
इसलिए उपायुक्त महोदय से आग्रह किया गया है कि इस संबंध में आवश्यक ठोस एवं सटीक कार्रवाई करने की कृपा करें।