बकरीद का त्योहार तिरुलडीह और चौड़ा में सादगी व शांतिपूर्ण संपन्न
कुकड़ू: त्याग और बलिदान का प्रतीक पवित्र त्योहार ईद-उल-अज़हा (बकरीद) शनिवार को कुकड़ू प्रखंड क्षेत्र के तिरुलडीह और चौड़ा में पूरे उत्साह और सादगी के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मस्जिदों और ईदगाहों में निर्धारित समय पर सामूहिक रूप से नमाज़ अदा की और एक-दूसरे को गले मिलकर बकरीद की मुबारकबाद दी।

नूरी मस्जिद, तिरुलडीह में पेशे इमाम कारी समीउल्लाह ने अकीदत के साथ नमाज़ अदा करवायी। नमाज़ के बाद उन्होंने देश में अमन, चैन और तरक्की की दुआ मांगी। कारी समीउल्लाह ने बताया कि बकरीद का त्योहार हजरत इब्राहिम अलैहिस्सलाम की सुन्नत को याद करते हुए मनाया जाता है, जिसमें मुस्लिम समुदाय कुर्बानी की परंपरा निभाता है। इस मौके पर समुदाय के लोगों ने अपने घरों में कुर्बानियां पेश कीं और सामाजिक एकता का संदेश दिया।
बकरीद, जो ईद-उल-फितर के लगभग 70 दिन बाद ज़िलहिज्जा महीने की 10वीं तारीख को मनाई जाती है, मुस्लिम समुदाय के लिए विशेष महत्व रखती है। यह त्योहार न केवल बलिदान की भावना को दर्शाता है, बल्कि भाईचारे और परोपकार को भी बढ़ावा देता है।
त्योहार के दौरान पुलिस-प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए। सुबह से ही ईदगाहों और मस्जिदों के आसपास सुरक्षा बलों की तैनाती रही, जिसके चलते यह पर्व शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। नूरी मस्जिद, तिरुलडीह के सदर असगर अली अंसारी ने शांतिपूर्ण आयोजन के लिए पुलिस-प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया।
