Champai Soren BJP- यदि मंत्री चंपई सोरेन छोड़े झामुमो का साथ, तो क्या होगा हेमंत सोरेन का अगला कदम
Report -Dashrath Pradhan
Ranchi:- झारखंड में इस बार चुनाव बड़ा दिलचस्प होने वाला है, इसमें किसी को भी संदेह नहीं होना चाहिए।
इस वक्त का सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या JMM में बड़ा खेला होने जा रहा है? क्या कोल्हान की राजनीति में बीजेपी इस बार चंपई सोरेन के कंधे पर रखकर विधानसभा चुनाव में “बंदूक” चलाएगी?
देखिए लोकसभा चुनाव में शिबू सोरेन की बहू सीता सोरेन को पार्टी में शामिल कराने का भी भाजपा को कोई फायदा नहीं मिला। सूत्रों की माने तो लोबिन हेंब्रम का बीजेपी में जाना लगभग तय हो चुका है वही अब पूर्व सीएम चंपई सोरेन का हेमंत सोरेन से रूठने की बात झारखंड में आग की तरह फेल चुका है। यह सवाल धीरे-धीरे बड़ा होता जा रहा है। कांग्रेस के एक-दो विधायकों को भी अगर भाजपा अपने पाले में कर ले, तो कोई आश्चर्य नहीं।
भाषण में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का कोई चर्चा नहीं, बीजेपी पर निशाना नहीं
मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाने के बाद से ही भाजपा चंपई सोरेन के प्रति सॉफ्ट कॉर्नर लेकर चल रही है। वहीं, स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सरायकेला में चंपई सोरेन ने, जो भाषण दिए, उसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कोई चर्चा नहीं थी। उसके बाद से ही चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता भी मानते हैं कि यह कोई साधारण बात नहीं है। ज़िला में बीते दिन गाँजिया बैराज की लोकार्पण के मौक़े पर भी मंत्री चंपई सोरेन ने लगभग 20 मिनट तक लोगो को संबोधन किया लेकिन एक बार भी हेमंत बाबू का नाम नहीं लिया जबकि बैराज के पम्प हाउस की आधारशिला सीएम हेमंत सोरेन ने रखी थी। इस मौक़े पर जमशेदपुर में पत्रकारों के सवाल पर चंपई सोरेन ने खुलकर कुछ नहीं कहा, सवालों को टाल गए। कहा कि उनका राजनीतिक जीवन अभी बहुत लंबा है। अभी से कुछ भी कहना मुश्किल है। हालांकि उन्होंने यह जरूर कहा कि अफवाह उड़ रही है कि वह दिल्ली में है, लेकिन वह तो जमशेदपुर में आप लोगों के सामने है।
सूत्रों की माने तो लोबिन हेंब्रम का भाजपा में जाना लगभग तय
इधर, लोबिन हेंब्रम भाजपा में जाएंगे, यह बात लगभग तय हो गई है. लोबिन हेंब्रम कहते हैं कि इस संबंध में वह जल्द ही फैसला लेंगे। उन्होंने भाजपा के बड़े नेताओं से संपर्क की बात को स्वीकारी, कहा कि अब परिवारवाद के खिलाफ मोर्चा खोलने का समय आ गया है। इधर, चंपई सोरेन के लिए भी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी “प्लान बी” तैयार कर रखा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ यदि चंपई सोरेन बीजेपी में शामिल होते है तो उनके विधानसभा छेत्र से वर्तमान सीएम हेमंत सोरेन चुनाव लड़ेंगे।
भाजपा के नेता गाहे -बेगाहे चंपई सोरेन को बड़ा नेता बताते रहे है
यह अलग बात है कि भाजपा के नेता गाहे -बेगाहे चंपई सोरेन को बड़ा नेता बताने से परहेज नहीं करते है. वैसे, भाजपा में भी कम गुटबाजी नहीं चल रही है. विधानसभा चुनाव किसके चेहरे पर भाजपा लड़ेगी, इस पर अभी संशय बना हुआ है और यही संशय भाजपा को परेशान कर रहा है. विधानसभा चुनाव को लेकर परेशान सिर्फ एनडीए ही नहीं ,इंडिया ब्लॉक भी कम नहीं है. इंडिया ब्लॉक में में झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ कांग्रेस भी शामिल है. कांग्रेस ने अपने सवर्ण प्रदेश अध्यक्ष को बदल दिया है और केशव महतो कमलेश को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया है. केशव महतो कमलेश को प्रदेश अध्यक्ष बनाने के पीछे भी ओबीसी और कुरमी वोट बैंक है. भाजपा झारखंड मुक्ति मोर्चा में सेंधमारी करने की कोशिश कर रही है तो झारखंड मुक्ति मोर्चा भी अपनी योजना तैयार करने की ओर बढ रहा है. हालांकि यह सब अभी कयास हैं ,चुनाव आते -आते बहुत कुछ समीकरण बनेंगे और बिगड़ेंगे.