चहारदीवारी निर्माण से ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ीं

राजनगर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत चालियामा में खरकई बांध प्रमण्डल चालियामा-2 की ओर से अपने कार्यालय और कॉलोनी की चिन्हित जमीन पर चहारदीवारी का निर्माण कराया जा रहा है। इससे लगभग तीस परिवारों के सामने आने-जाने का रास्ता बंद होने की नौबत आ गई है।

ग्रामीणों का कहना है कि अगर चहारदीवारी का निर्माण पूरा हो जाता है, तो वे चारों ओर से कैद हो जाएंगे और उनके लिए आने-जाने का कोई रास्ता नहीं बचेगा। ग्रामीण पंद्रह वर्षों से अपने परिवार के साथ यहां रह रहे हैं और चहारदीवारी बन जाने से उनकी जिंदगी पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ेगा।
ग्रामीणों ने इस समस्या के समाधान के लिए खरकई बांध प्रमण्डल के कार्यपालक अभियंता, जिला के उपायुक्त, राजनगर अंचलाधिकारी, पूर्व मुख्यमंत्री सह स्थानीय विधायक चम्पाई सोरेन और आदिवासी कल्याण सह परिवाहन मंत्री दीपक बिरुआ को ज्ञापन सौंपकर रास्ता छोड़ने की मांग की है।
ग्रामीणों ने सरकार से मांग की है कि आने-जाने के लिए कोई वैकल्पिक रास्ता व्यवस्था करे। खरकई बांध प्रमंडल के कनीय अभियंता हीरालाल हेम्ब्रम ने बताया कि उन्हें जैसे आदेश मिला है, उसके अनुसार काम कराया जा रहा है। अगर चहारदीवारी में रास्ता देने का आदेश आता है, तो रास्ता उपलब्ध करा दिया जाएगा।