दिवंगत फुटबॉलर मोनिका बाड़ा को न्याय के लिए सड़क जाम
तेज रफ्तार कार की चपेट में आने से मोनिका की 4 सितंबर को हो गई थी मौत, आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आदिवासी समाज सड़क पर उतरा
लोहरदगा की राष्ट्रीय स्तर की फुटबॉल खिलाड़ी 15 वर्षीय मोनिका बाडा की सड़क दुर्घटना में मौत के करीब एक महीने हो जाने पर भी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से आक्रोशित आदिवासी समाज के लोग आज सड़क पर उतर गए। लोहरदगा के पावर गंज सुभाष चौक को जाम कर दिया। कुडू-लोहरदगा-गुमला स्टेट हाईवे पर गाड़ियों का परिचालन रोक दिया।
सड़क जाम कर रहे लोगों में काफी आक्रोश नजर आया। प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे नेताओं में एक चैतू उराँव ने कहा कि 4 सितंबर को लोहरदगा स्टेशन रोड में शाम के समय तेज रफ्तार कार की चपेट में आने से होनहार खिलाड़ी मोनिका बाड़ा की मौत हो गई। इस घटना में पुलिस ने उक्त कर को कब्जे में लेने के अलावा और कोई कार्रवाई नहीं की है। पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला है। परिवार के एक सदस्य को नौकरी और एक करोड रुपए का मुआवजा मिलना चाहिए।
प्रदर्शन कर रहे लोगों का आप है कि दुर्घटना के लिए जिम्मेदार लोग पहुंच वाले हैं जिस वजह से उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही है। पुलिस प्रशासन पर यह भी आरोप लगाया कि आदिवासियों को न्याय दिलाने में पुलिस की रुचि नहीं नजर आ रही है। हमने काफी सब्र किया और जब न्याय मिलता नहीं दिख तो हमें सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करना पड़ रहा है।
विरोध प्रदर्शन कर रहे आदिवासी नेताओं ने कहा कि पुलिस तत्काल दोषियों पर कार्रवाई करें और पीड़ित परिवार को मुआवजा दे अन्यथा आंदोलन उग्र किया जाएगा।
सड़क जाम कर रहे लोगों में महिला पुरुष और काफी संख्या में युवा और खिलाड़ी भी शामिल थे। जिन्होंने दिवंगत मोनिका बाड़ा की तस्वीरों के साथ पोस्टर और प्ले कार्ड हाथों में ले रखा था।
सड़क जाम किए जाने के कारण शहर में ट्रैफिक बुरी तरह बाधित रहा। लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।