Elephants-create-ruckus-in-Saparoom,-villagers-in-panic,-department-silentसापारूम में हाथियों ने मचाया उत्पात, दहशत में ग्रामीण, विभाग मौन
ईचागढ़- सरायकेला-खरसावां जिला के कुकड़ु प्रखंड क्षेत्र के सापारूम गांव में हाथियों का तांडव जारी है। सापारूम जंगल से निकलकर हाथीयों का झुंड गांव की ओर रूख कर ग्रामीणों का खलिहानों में रखे धानों, खेतों में लगे फसलों को चट कर व रौंदकर नष्ट कर रहे है।
शुक्रवार की शाम और शनिवार के अहले सुबह हाथीयों का झुंड सापारूम के अजित महतो, झुड़ू महतो, बनमाली महतो, जनक महतो, दीपक महतो, बशिष्ठ सिंह मुण्डा, अघरी महतो, अक्षय तांती का फसलों को चट कर गए।
ग्रामीणों ने एकजुट होकर हाथीयों को मशाल और आग जलाकर जंगल की ओर भगाए। वन विभाग द्वारा हाथीयों को क्षेत्र से नहीं भगाने एवं ग्रामीणों को टार्च, पटाखा और हाथी भगाने का सामग्री नहीं दिए जाने से ग्रामीणों में वन विभाग के प्रति आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है कि ना ही वन विभाग हाथियों को भगाने का प्रयास कर रहा हैं ओर ना ही निहत्थे ग्रामीणों को हाथी भगाने का आवस्यक सामग्री मुहैया करा रहा हैं, ऐसे में ग्रामीण क्या करे। शाम ढलते ही जंगल से निकलकर हाथीयों का झुंड गांव में प्रवेश कर रहा है। ग्रामीणों को शाम ढलते ही घरों में दुबकना पढ़ रहा है। बताया जा रहा है कि कोई ग्रामीण अगर बस या ट्रेन से तिरूलडीह में शाम को उतरते हैं या कहीं से गांव आने में देर हो जाता है तो उसे गांव आने में भय सताता है। ग्रामीण जान हथेली में लेकर शाम को गांव आने में मजबूर हैं।
वहीं सांसद प्रतिनिधि सचिदानंद महतो, उप प्रमुख मोहम्मद अकरम व पूर्व मुखिया तपन सिंह मुण्डा ने बताया कि तीन हाथी सापारूम जंगल में व एक हाथी कुकड़ु के पास तक़रीबन एक सप्ताह से रह रहा है। हाथी का झुंड ने ग्रामीणों का खेतों में लगे बैगन, मिर्ची, अरहर, लौकी ,आलु फसल को रौंदकर नष्ट कर दिया। उन्होंने वन विभाग से आग्रह किया कि हाथियों को भगाने का काम करे व ग्रामीणों का टीम बनाकर टार्च , पटाखा आदि वितरण करे।