बाराती बनकर छापेमारी दल ने अवैध रूप से बालू उठाते 16 हाइवा और एक जेसीबी को जब्त किया.
जब्त वाहनों के खिलाफ दर्ज होगा मामला
ईचागढ़ ( सुधीर कुंभकार की रिपोर्ट )सराइकेला जिला के ईचागढ़ क्षेत्र में चल रहे बालू के अवैध खनन और परिवहन के खिलाफ जिला प्रशासन ने शुक्रवार की देर रात बड़ी कार्रवाई की.सरायकेला-खरसावां जिले के उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर जिला खनन पदाधिकारी ने ईचागढ़ थाना क्षेत्र में अभियान चलाया. रातभर चली छापेमारी में पुलिस ने ईचागढ़ थाना क्षेत्र के वीरडीह में नदी घाट से अवैध रूप से बालू उठाते 16 हाइवा और एक जेसीबी को जब्त किया. हालांकि कई चालक वाहन लेकर भागने में भी सफल रहे. बालू कारोबारियों पर लगाम लगाने के लिए छापेमारी टीम ने नये हथकंडे अपनाये
बालू के अवैध कारोबार पर लगाम लगा पाना काफी मुश्किल काम है. बालू कारोबारी हर चौक-चौराहे पर आदमी बैठाये रहते हैं. ये लोग पदाधिकारियों या छापेमारी दल के वाहन गुजरने पर कारोबारियों को खबर दे देते हैं. ऐसे में छापेमारी दल के पहुंचने से पहले ही नदी घाट से वाहन चले जाते हैं. इससे बचने के लिए जिला खनन पदाधिकारी के नेतृत्व में छापेमारी दल बाराती का वेष धारण किया. सभी वाहनों पर शादी वाले पोस्टर लगाये गये. बाराती बनकर छापेमारी दल वीरडीह घाट पर पहुंचे और वहां से 16 हाइवा और एक जेसीबी को जब्त कर लिया.जब्त वाहनों के खिलाफ दर्ज होगा मामला
इस संबंध में जिला खनन पदाधिकारी ज्योति शंकर सतपथी ने बताया कि छापेमारी दल में उनके अलावा खनन विभाग की पूरी टीम और पुलिस बल शामिल था. जब्त वाहनों के खिलाफ ईचागढ़ थाना में मामला दर्ज किया जायेगा.
उन्होंने बताया कि कागजी कार्रवाई की जा रही है.बालू के अवैध कारोबार में सफेदपोश और प्रभावशाली लोगों का हाथ वहीं ग्रामीण ने बताया कि सफेद बालू के काले कारोबार में सफेदपोशों के साथ क्षेत्र के प्रभावशाली लोगों का हाथ है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया सफेदपेाश और प्रभावशाली लोगों का दबाव रहने के कारण ही बालू लदे वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने पर संबंधित थाना की पुलिस किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं करती है. यहां तक कि पुलिस दुर्घटना की जानकारी होने तक से इनकार करती