झारखंड बांग्लाभाषी उन्नयन समिति का राज्य सम्मेलन संपन्न
जमशेदपुर के होटल मिस्टी इन में आयोजित झारखंड बांग्लाभाषी उन्नयन समिति के राज्य सम्मेलन में प्रदेश भर के बांग्लाभाषी संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सम्मेलन में झारखंड में बांग्ला भाषा और बांग्लाभाषियों के अस्तित्व को मिटाने की कोशिशों पर चर्चा की गई और आगे की रणनीति तैयार की गई।

समिति के प्रदेश अध्यक्ष श्री अचिंतम गुप्ता ने कहा कि झारखंड ऐतिहासिक और भौगोलिक रूप से एक बांग्ला भाषा बहुल राज्य है, लेकिन पिछले 25 वर्षों में प्रदेश की सभी सरकारों ने बांग्ला भाषा और बांग्लाभाषियों के अस्तित्व को मिटाने का कूट षड्यंत्र किया है।
सम्मेलन में पारित प्रस्ताव में मांग की गई है कि झारखंड सरकार बांग्ला भाषा को द्वितीय राजभाषा के रूप में अधिसूचित करे, बांग्ला में पठन-पाठन प्रारंभ करे, बांग्ला पाठ्य पुस्तकों की आपूर्ति सुनिश्चित करे, बांग्ला शिक्षकों की नियुक्ति करे और बांग्ला अकादमी का गठन करे।
इसके अलावा, सम्मेलन में मांग की गई है कि झारखंड के बांग्लाभाषी बहुल क्षेत्रों के सभी रेलवे स्टेशनों के नाम को पुनः बांग्ला भाषा में लिखा जाए और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में रिक्त पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए।
