कोवाली गांव में 29वां अपुर पाठशाला का उद्घाटन
आज दिनांक 4 जून 2025 को सुबह 9:30 बजे कोवाली गांव के विशाल इंफोटेक कंप्यूटर सेंटर में माताजी आश्रम हाता और झारखंड बंगभाषी उन्नयन समिति के संयुक्त तत्वावधान में अपुर पाठशाला का उद्घाटन किया गया। यह माताजी आश्रम का 19वां और समिति का 29वां अपुर पाठशाला है।

कार्यक्रम का शुभारंभ शंकर चंद्र गोप, सुनील कुमार दे और जनमेजय सरदार ने धूप दीप प्रज्वलित कर और मां सरस्वती की प्रतिकृति पर माल्यार्पण कर किया। इसके बाद सरस्वती संगीत प्रस्तुत की गई।
सुनील कुमार दे ने कहा कि मातृभाषा मातृ दुग्ध समान है, जिसका कोई विकल्प नहीं है। इसलिए सभी को मातृभाषा सीखनी चाहिए। शंकर चंद्र गोप ने कहा कि यह अपुर पाठशाला हमारे भावी पीढ़ी को बंगला सिखाने के लिए एक छोटा सा प्रयास है।
जनमेजय सरदार ने बच्चों को अपना चरित्र निर्माण करने पर सलाह दी, जबकि कृष्ण मंडल ने शिक्षा के साथ संस्कार शिक्षा पर भी बल दिया। सनत मंडल ने आज के समय में मातृभाषा को अपनाने के लिए बच्चों को अनुरोध किया।
इस अवसर पर गाजुड़ संस्था की ओर से 15 बच्चों को बंगला सीखने के लिए वर्ण परिचय निशुल्क प्रदान की गई। सुनील कुमार दे ने पहला बंगला क्लास लिया। अंत में उज्वल मंडल ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
कार्यक्रम में नित्यानंद गोस्वामी, बलराम गोप, रामेश्वर पात्र, स्वदेश मंडल आदि के अलावा बंगला सीखने वाले बच्चे उपस्थित थे। शिक्षक आशुतोष मंडल और स्वदेश मंडल सप्ताह में एक दिन निशुल्क बंगला भाषा सिखाएंगे।