कुड़मि समाज का महाआंदोलन: एसटी मांग को लेकर 20 सितंबर को रेल टेका”
महासम्मेलन में निम्नलिखित आठ बिंदुओं पर आंदोलन करने का निर्णय लिया गया है:
– जनगणना में कुड़मालि भाषा और आदिवासी धर्म को मान्यता: आने वाले 2025 की जनगणना में मातृभाषा के स्थान पर कुड़मालि, जाति के स्थान पर कुड़मि और धर्म के स्थान पर आदिवासी धर्म या एनिमिज्म धर्म लिखना है।
– जाति आधारित जनगणना: अगर जाति आधारित जनगणना नहीं होती है, तो जनगणना का ही विरोध किया जाएगा।
– ब्राह्मण निषेध: जन्म, विवाह, श्राद्धकर्म और अन्य पूजा इत्यादि में ब्राह्मण निषेध रहेगा।
– दहेज निषेध: विवाह में कोई भी कुड़मि युवा दहेज नहीं लेने का निर्णय लेगा।
– विधायकों और सांसदों के प्रति विरोध: जो कुड़मि विधायक व सांसद विधानसभा और संसद में कुड़मियों के सभी मांगों पर बात नहीं उठाने से, उनके विरुद्ध में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
– बंगाल सरकार के प्रति विरोध: अगले विधानसभा चुनाव में बंगाल सरकार के विरोध में सख्त कदम उठाया जाएगा।
– डीआई ऑफिस घेराव: 25 मार्च 2025 को एसटी, धर्मकोड और कुड़मालि भाषा मांग को लेकर डीआई ऑफिस घेराव किया जाएगा।
– रेल टेका: 20 सितंबर 2025 को पूरे वृहद छोटानागपुर में सौ (100) जगहों पर रेल टेका किया जाएगा।
इन सभी बिंदुओं के निर्णायक मंडली में मुलखुंटि मूल मानता अजीत प्रसाद महतो, केंद्रीय अध्यक्ष शशांक शेखर महतो, केंद्रीय उपाध्यक्ष डॉ सुजीत कुमार महतो, छोटेलाल महतो व अधिवक्ता बसंत महन्ता, केंद्रीय प्रवक्ता सशधर काड़ुआर, केंद्रीय सचिव अधिवक्ता सुनील कुमार महतो, केंद्रीय सहसचिव जयराम महतो व संजय महतो, केंद्रीय कोषाध्यक्ष रासबिहारी महतो, केंद्रीय संपादक साधन महतो, कुड़मालि धर्म गुरु संतोष काटिआर, कुड़मालि इतिहासविद दीपक पुनअरिआर, झाड़खंड प्रदेश अध्यक्ष पद्मलोचन महतो, प्रदेश संगठन सचिव संजीव महतो, पीआरएस गुणधाम मुतरुआर आदि मुख्य रूप से उपस्थिति थे।