क्या JBKSS/JLKM बनेगी किसी एक पार्टी की हार का कारण? JMM BJP कैसे अधिक नुकशान? जयराम का कोल्हान में दौरा के बाद क्या है चुनावी मौसम का मिजाज पढ़े रिपोर्ट चुनावी रण दशरथ के संग
Saraikella-Kharswana–कोल्हान में मतदान 13 को है आख़िरी घड़ी में सभी दल एड़ी चोटी का ज़ोर लगा रहे है। सभी दल अपने पार्टी के बड़े-बड़े नेताओं को चुनावी रण में उतार रहे है खासकर भाजपा पूरी जोर लगा चुकी है पार्टी के बड़े बड़े चेहरे में शामिल अमित शाह, योगी आदित्यनाथ यहां तक की ख़ुद पीएम मोदी झारखंड की रण ए राजनीति में कूद पड़े है। सभी सभाओं के माध्यम से वोटरों को रिझाने की पुर जोर कोसिस में लगे है। वही JMM पार्टी के दो बड़े चेहरे हेमंत-कल्पना भी धुआँधार सभा कर रहे है। ऐसे में JBKSS/JLKM भी कहीं पीछे छूटते नज़र नहीं आ रही है। बीते दिनों पार्टी सुप्रीमो जयराम महतो की भी कोल्हान में एंट्री हुई और कई जगह उन्होंने लोगो को संबोधित किया। उनकी सभाओं में भी बाकी दलों की तरह भीड़ जुट रही है लेकिन ये भीड़ कुछ कहता है नीचे पढ़िए मेरी ख़ास रिपोर्ट
जयराम की भीड़ कुछ कहती है, क्या आप सुन पा रहे है?
जी हाँ जयराम महतो को सुनने आई भीड़ कुछ कह रही है। विगत दिन उज्जवलपुर मैदान में जयराम महतो आए भीड़ को संबोधित किए लोगों ने गर्म जोशी से स्वागत भी किया। भीड़ में जम के जय कारे भी लगे जयराम महतो जिंदाबाद…जय झारखंड…..कैसे लिए झारखंड लड़ के लिए झारखंड। परंपरागत तरीके से जयराम ने एक चम-चमाती नया कला स्कॉर्पियो की छत पर चड़ गए और माइक थाम कर गरजना शुरू कर दिया बगल में सरायकेला से प्रत्याशी प्रेम मर्डी भी इस दौरान खड़े रहे। भीड़ में सबकी कैमरा पॉकेट से बाहर थी मानो जयराम एक सेलिब्रेटी हों और सभी एक सेल्फी या लाइव करने के लिए तरस रहे थे। भीड़ में 90% युवा गर्म खून के जोशीले नौजवान जब भी जयराम टाटा स्टील की हुड़का जाम करने या फिर प्रसाशन को झुकाने की बात कहता तालियों और जिंदाबाद के नारों से मैदान गूंज जाता। इस बीच भीड़ ने ये बात कही की जिस छेत्र में सबसे ज़्यादा आबादी आदिवासियों का है उस छेत्र में जयराम की सभा में आदिवासी ना के बराबर होने ये साबित कर रहा था की जयराम अब भी एक जात की नेता का कलंक नहीं मिटा सके।सरायकेला में कुड़मी समाज के वोटरों की संख्या लगभग 45000 है ऐसे में यदि 80% लोग वोट करते है तो कुल 36000 मतदान होगी इस में से 10% भाजपा में जा सकती है और 10% JMM में जा सकती है ये हम pareto की 90/10 प्रिंसिपल के मुताबिक़ मान के चल रहे है। तो जयराम के प्रत्याशी को कुल 28800 वोट मिलेगी जो की लोकसभा के आंकड़े के करीब है। लोकसभा में JBKSS के प्रत्याशी दामोदर हंसदा को प्रेम मर्डी अपने गाँव से लीड नहीं दिला पाए थे तो ऐसे में माना जा सकता है कि JBKSS को लगभग 3000 वोट आदिवासी समाज से मिलेगी। कुल वोट 31800 हो जाती है जो की जीत के अकड़े से लगभग 3 गुना कम है। तो ये तो साफ़ है की JBKSS को जीत हासिल नहीं होगी लेकिन JBKSS बीजेपी या JMM की हार का करण बन सकता है
JBKSS/JLKM किसको ज़्यादा नुक्शान पहुँचा सकती है JMM या BJP?
ये बड़ा और महत्पूर्ण सवाल है, इस बार की चुनाव का परिणाम कुड़मी समाज के हाथ में है। गूगल में यदि आप चाणक्य की रिपोर्ट देखते है तो उसमे BJP की स्ट्रॉंग बूथ में व बूथ शामिल है जिसमे कुड़मी समाज के वोटरों की संख्या अधिक है उद्धरण के तौर पर नटाइरुली, कुनाबेड़ा, तुमुंग, गेंगेरुली, सोसोमोली, जयकान इत्यादि। ऐसे में भाजपा की वोट शिफ्ट होकर JBKSS में जा रही है और इसका सीधा फ्यादा JMM को मिल रही है। कुल मिलकर बात करे तो इस बार का चुनाव बहुत दिलचस्प होने जा रही है अब देखने ये है की कौनसी दल आख़िरी घड़ी में कुड़मी वोट को साध सकती और जिसको इसमें सफलता मिलेगी वही होगा सरायकेला का नया किंग।