ममता कुलकर्णी: बॉलीवुड की पूर्व अभिनेत्री की अनसुनी कहानी
मुंबई: 90 के दशक की प्रतिभाशाली अभिनेत्री ममता कुलकर्णी ने हिंदी सिनेमा में अपनी अद्वितीय उपस्थिति दर्ज की। उनकी फिल्में आज भी दर्शकों को आकर्षित करती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उन्होंने अपने करियर के चरम पर अभिनय क्यों छोड़ दिया?
ममता कुलकर्णी ने 1992 में फिल्म तिरंगा से अपने अभिनय की शुरुआत की और 2002 में कभी तुम कभी हम की रिलीज के बाद इंडस्ट्री छोड़ दी। उनकी फिल्मों में सबसे बड़ा खिलाड़ी, आंदोलन, बाजी, चाइना गेट, वक्त हमारा हैं, क्रांतिवीर, करण अर्जुन, आशिक अवारा जैसी यादगार फिल्में शामिल हैं।
ममता कुलकर्णी ने अपने अभिनय के अलावा अपने प्रेम जीवन के लिए भी सुर्खियां बटोरीं। उन्होंने विकी गोस्वामी से मुलाकात की और दोनों एक-दूसरे के प्यार में पड़ गए। हालांकि, विकी को 1997 में ड्रग केस में गिरफ्तार किया गया और 12 साल के लिए जेल भेजा गया।
ममता कुलकर्णी ने विकी के साथ अपने रिश्ते के बारे में बात की और स्वीकार किया कि वह उनसे डेटिंग कर रही थीं। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आध्यात्मिकता के प्रति उनके मजबूत झुकाव के कारण वह विकी के साथ अपने रिश्ते को आगे नहीं बढ़ सकीं।
आज, ममता कुलकर्णी अपनी आध्यात्मिक यात्रा का पूरा आनंद ले रही हैं। वह 2025 में प्रयागराज में महा कुंभ में भाग लेने के लिए भारत लौटीं। उनका नाम किन्नर अखाड़े के महा मंडलेश्वर रखा गया और नया नाम ‘श्री यमाई ममता नन्द गिरी’ भी पाया।
ममता कुलकर्णी की कहानी एक प्रेरणा है जो हमें यह याद दिलाती है कि जीवन में हमेशा नई चीजें सीखने और अनुभव करने का मौका होता है।
