पर्व त्योहर व कला संस्कृति से ही हमारी पहचान है : बास्के
राजनगर के प्रसिद्ध बारूदरहा टुसु मेला में उमड़ी भीड़
राजनगर प्रखंड अंतर्गत बारूदरहा माँ पूजा कमेटी सुड़सी के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवासीय प्रसिद्ध बारूदरहा टुसु मेला मंगलवार को धूमधाम से सम्पन्न हुआ।
जिसमें टुसु प्रदर्शनी, आदिवासी संथाली ड्रामा प्रतियोगिता, डीजे लांगड़े नृत्य , मिस बारूदरहा प्रतियोगिता सहित विभिन्न प्रकार के खेलकूद कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन को आमंत्रित किया गया था। परंतु वे शामिल नहीं हो पाए। वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित झामुमो जिला संयोजक मण्डली के सदस्य कृष्णा बास्के एवं पूर्व प्रखंड अध्यक्ष रामजीत हांसदा शामिल हुए। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कृष्णा बास्के ने कहा कि पर्व त्योहर से ही हमारी पहचान है। हमारी कला संस्कृति काफी पुराना एवं समृद्ध है। इसे संजोए रखना हमसब की जिम्मेदारी है, ताकि आने वाली पीढ़ी अपनी पहचान क़ायम रख सके। उन्होंने संथाली ड्रामा लेखकों से अनुरोध किया कि वे अपनी लेखन के माध्यम से समाज को सही दिशा देने का काम करें। आधुनिकता के चकाचौंध में अपनी संस्कृति को भूलने व बिखरने न दें। वहीं मेला में हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी। इस दौरान सुनाराम मुर्मू, पूर्व मुखिया सुधीर हांसदा, श्याम टुडू, मुबारक अंसारी, कमेटी के अध्यक्ष बलिया सोरेन, सचिव जुगल मुर्मू, उपाध्यक्ष संग्राम मुर्मू, उप सचिव रामो हेंब्रम आदि मौजूद थे।
मिस बारूदरहा बनी पूजा व उपविजेता रहीं प्रिया
वहीं कार्यक्रम में मिस बारूदरहा प्रतियोगिता का आयोजन भी रखा गया था। जिसमें मनहाडा कलिकापुर की पूजा टुडू को मिस बारूदरहा के रूप में चयन किया गया। वहीं उपविजेता नामीबेड़ा की प्रिया टुडू रहीं। दोनों विजेता एवं उपविजेता को एक-एक ड्रेसिंग टेबुल पुरस्कार स्वरूप प्रदान किया गया। वहीं टुसु प्रदर्शनी में प्रथम बड़ालुपुंग, द्वितीय चौके, तृतीय बारीडीह, चतुर्थ छोटा नीमडीह, पंचम मदनासाई एवं छठा पुरस्कार कीताबुरु को दिया गया। वहीं डीजे लांगड़े नृत्य में रसनी सोरेन, सोहनी मुर्मू, शीलम मुर्मू, किरण माझी अव्वल रहीं। बैलून फोड़ में प्रथम सीमा सोरेन व द्वितीय शांखी सोरेन, पेड़ा जोहार में प्रथम सुमन कर्मकार, द्वितीय मल्हो मार्डी, म्यूजिक बोल में प्रथम मल्हो मार्डी एवं द्वितीय सगोरी मुर्मू रहीं।
