विक्रमपुर में वट सावित्री पूजा कर महिलाओं ने की अपने पति के लंबी आयु की कामना
Saraikela :-राजनगर प्रखंड के विक्रमपुर गाँव में महिलाओं ने वोट वृक्ष की पूजा कर अपने पतियों के दीर्घायु की कामना की।
पुजारी राजेश दुबे ने विधि विधान के साथ मंत्रो उच्चारण कर पूजा अर्चना किये। पूजा के बाद सती सावित्री का कहानी विस्तार से सुनाया गया ।महिलाओं ने व्रत रख कर भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा अर्चना की और उनसे सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद मांगा । तिलक लगाने के बाद महिलाओं ने पंचामृत से भगवान विष्णु का पूजन वंदन किया।
वट वृक्ष में सात बार धागा लपेटते हुए महिलाओं ने अखंड सौभाग्य की कामना कर निजाला व्रत रखा। पूजा अर्चना कर महिलाओं ने पति की दीर्घायु के साथ ही परिवार में सुख समृद्धि की कामना की।महिलाओं ने वट वृक्ष की परिक्रमा कर विधि विधान से पूजन वंदन किया। पौराणिक मान्यता के अनुसार सावित्री अपने अल्पायु पति सत्यवान की मृत्यु के बाद यमराज के पीछे-पीछे गई थी यमराज के द्वारा पूछे गए प्रश्नों का सटीक जवाब देकर उनसे पति के दीर्घायु होने का आशीर्वाद लिया था। वट वृक्ष के नीचे ही यमराज ने सत्यवान से प्राण वापस किए थे। इसीलिए इस दिन से वट सावित्री पूजा की परंपरा चली आ रही है।इस दौरान पुजारी राजेश दुबे को दान पुण्य देकर अखंड सौभाग्य की कामना की।महिलाओं ने एक दूसरे को सिंदूर लगाकर और बड़ों के पैर छूकर आशीर्वाद लिया।पूजा अर्चना करने आसपास , दूर दराज के सैकड़ों महिलाएं पहुंचे थे। पूजा करने के लिए मौसमी कैर्वत वार्ड सदस्य बिक्रमपूर ,भानुमति महतो , अंजली महतो , गीतांजलि महतो , शिवानी महतो , यमुना बारिक , अल्पना नंद , शोभा महतो , उषा देवी , भाग्यवती बारिक , शीला देवी , लेडी कैर्वत , कमला महतो , बैसाखी महतो , गंगामनी महतो , प्रीति कैर्वत , देवकी कैर्वत आदि पहुंचे थे।