राजनगर में भारी बारिश से नहर उफ़नाई, घरों में घुसा पानी, मिट्टी का मकान क्षतिग्रस्त,
मची अफरा तफरी, स्थिति नियंत्रण में
लोगों का धान चावल पानी में भींग कर हुआ बर्बाद
राजनगर प्रखंड क्षेत्र में भारी बारिश से नदी, नाला तालाब उफान पर हैं। भारी बारिश के कारण ईचा खरकाई डैम का मुख्य नहर लबालब भर गया है। मंगलवार को राजनगर के श्यामनगर के पास मुख्य नहर का पानी उफानते हुए शाखा नहर में चला गया। यहाँ लोहे की गेट की जगह मिट्टी मुरुम से शाखा नहर को बंद रखा गया था, जो तेज पानी के बहाव से टूट गया और मुख्य नहर में भरा सारा पानी तेज धार के साथ शाखा नहर में बहते हुए राजनगर के निचले इलाके में चला गया। इस दौरान सुबह करीब 9 से 10 बजे के बीच अचानक तेज पानी का धार शाखा नहर में उफान मारते हुए हाता -चाईबासा मुख्य मार्ग से निचले इलाके की ओर शाखा नहर के समीप बसे लोगों के मकानों पानी बहते हुए घुस गया। इस दौरान लगभग दो घंटे तक घरों में कमर तक पानी बहते हुए घुस रहा था। जिससे एक मिट्टी का मकान पुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ है। वहीं दूसरा मकान पक्का दीवाल का होने के चलते टूटने से बचा। लेकिन मकान के अंदर कमरों में पानी लबालब भर गया। जिससे घर में रखा धान, चावल, कपड़ा, लता, कागजात सारा समान भींग कर बर्बाद हुआ। अचानक बाढ़ का पानी घुसते देख लोगों में अफरा तफरी मच गया। लोग सामानों को निकलने में जुट गए। लेकिन कमर तक पानी घुसने से सारा सामान भींग कर बर्बाद हो गया। को वहीं शाखा नहर के ऊपर में बसे लक्ष्मीनारायण महतो के घर में भी बाढ़ का पानी घुस गया। जिससे वहां रहने वाले किरायदारों के मकान में अफरा-तफरी मच गई। पानी भर गया और सामान भींग गया। इसी तरह भारी बारिश के कारण साहू क्लोनी के कई घरों में पानी घुसा। जहां पानी की निकासी बड़ी मुश्किल से की गई। राजनगर में बाढ़ जैसे हालात पहली बार देखा गया। जब कैनल का पानी घरों में घुस गया है।
पूर्व सीएम चंपाई ने पीड़ितों को राहत सामग्री उपलब्ध कराया
वहीं बाढ़ के कारण घर का खाने पीने का सारा सामान बर्बाद हो जाने के बाद पीड़ितों को पूर्व सीएम चंपाई सोरेन ने राहत सामग्री उपलब्ध कराया। चंपाई के निर्देश पर कार्यकर्त्ताओं ने पीड़ित परिवार को 25-25 किलो चावल व दाल प्रदान किया। साथ ही हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
बाढ़ पीड़ित परिवार
1. बिहारी उरांव
2. मुन्ना उरांव
3.रायमुनी उरांव