रांची में बोले सीएम चंपाई सोरेन: भाजपा के पास कोई संस्कार नहीं, विचारधारा के खिलाफ है लड़ाई
Ranchi:- सीएम चंपाई सोरेन ने शनिवार को रांची के एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में कहा किसी भी प्रत्याशी के साथ कोई व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है, बल्कि महागठबंधन की लड़ाई भाजपा की विचारधारा के खिलाफ है।
भाजपा के असली राजनीतिक चाल चरित्र से लोग वाकिफ हो चुके हैं इस बार के लोकसभा चुनाव में महागठबंधन 14 सीटों पर अपनी जीत दर्ज करेगा।
मौक़े पर सीएम ने आगे कहा कि महागठबंधन को तोड़ने के बीजेपी की सारे प्रयास विफल हो चुके हैं। भाजपा के लगातार प्रयास के बाद भी झारखंड में महागठबंधन पूरी तरह एकजुट है।
स्थानीय लोगों को नौकरी मिलनी चाहिए
सीएम ने कहा कि झारखंड को आगे ले जाना है, निजी कंपनियों में 85 प्रतिशत स्थानीय लोगों को नौकरी मिलनी चाहिए। भाजपा के लोग झारखंडियों का विकास करना नहीं चाहते हैं। सिर्फ सत्ता पाने के लिए राजनीति करते हैं।
उन्होंने कहा अलग झारखंड राज्य के लिए आंदोलन झामुमो ने किया, कुर्बानी दी और पुरोहित भाजपा बन गयी है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार झारखंड के साथ भेदभाव करती है। जब केंद्र की सरकार ने गरीबों के लिए आवास का आवंटन नहीं किया, तो राज्य सरकार ने अबुआ आवास योजना शुरू की है, ताकि कोई भी गरीब आवास विहीन नहीं रहे।
एक-दो दिनों में झामुमो की सभी प्रत्याशियों की होगी घोषणा
सीएम ने आगे कहा कि एक-दो दिनों में झामुमो अपने सभी प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर देगा। पार्टी में व्यक्तिगत निर्णय नहीं होता है,पार्टी का निर्णय ही अंतिम फैसला होता है। भाजपा के पास कोई संस्कार नहीं है। हम परिवार को जोड़ने में यकीन रखते हैं, जबकि भाजपा परिवार को तोड़ने की राजनीति करती है।
भाजपा के पास कोई मुद्दा ही नहीं है।
विभिन्न विभागों के मंत्री रहे शामिल
इस टीवी चैनल के कार्यक्रम में राज्य के मंत्री रामेश्वर उरांव,सत्यानंद भोक्ता,राज्यसभा सासंद दीपक प्रकाश,आदित्य साहू, झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य, झापा के अध्यक्ष अजीत सहाय सहित कई लोगों ने भाग लिया.
जल्द होगी सीता सोरेन की घर वापसी बोले मिथिलेश ठाकुर
चुनावी संवाद में मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि महागठबंधन की एकजुटता के कारण लगातार झारखंड में भाजपा को निराश होना पड़ा है। भाजपा के अबकी बार चार सौ पार का नारा भाजपा के अहंकार को प्रदर्शित कर रहा है। लोकतंत्र में जनता मालिक होती है अहंकार की हार निश्चित होगी। सीता सोरेन जी को भाजपा में शामिल कराकर कुछ दिनों के लिए भले ही भाजपा जश्न मना ले, लेकिन उन्हें पूरी उम्मीद है कि सीता भाभी की जल्द ही घर वापसी होगी।