साहित्यकार सह समाज सेवी सुनील कुमार दे को झारखंड रत्न सम्मान

पिछली गांव में आयोजित साहित्य सम्मेलन और सम्मान समारोह में झारखंड के प्रतिष्ठित साहित्यकार और समाजसेवी सुनील कुमार दे को झारखंड रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया। गाजुड़ संस्था की ओर से उन्हें शिक्षा, साहित्य और समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए यह सम्मान दिया गया।

सम्मान के दौरान की गई प्रशंसा
संस्था के संस्थापक जनमेजय सरदार ने सुनील कुमार दे को माला पहनाकर, शाल उड़ाकर और प्रसस्ति पत्र और स्मृति देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि सुनील कुमार दे जैसे महान साहित्यकार और समाजसेवी झारखंड रत्न के ही नहीं, साहित्य एकेडमी और पद्मश्री पुरस्कार के भी हकदार हैं।
सुनील कुमार दे का आभार
सुनील कुमार दे ने गाजुड़ संस्था के प्रति आभार प्रकट किया और कहा कि यह सम्मान उनके लिए बहुत मायने रखता है। झारखंड साहित्य संस्कृति परिषद के सदस्य और माताजी आश्रम के भक्तजन ने भी संस्था को धन्यवाद देते हुए सुनील कुमार दे को बधाई दी।
सुनील कुमार दे की उपलब्धियाँ
सुनील कुमार दे ने अपने 40 साल के करियर में साहित्य और समाज सेवा के क्षेत्र में कई उपलब्धियाँ हासिल की हैं। उन्होंने 34 पुस्तकों का लेखन किया है और रक्तदान जैसे महान सामाजिक कार्य के लिए जन जागरण अभियान चलाया है। इसके अलावा, उन्होंने बंगला भाषा के शिक्षण के लिए कई अपूर्ण पाठशालाओं की स्थापना की है।