श्रीनाथ विश्वविद्यालय में आठवां श्रीनाथ अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी महोत्सव सम्पन्न
चिंतन-मनन सत्र के दौरान, श्रीनाथ विश्वविद्यालय के वरिष्ठ सलाहकार श्री कौशिक मिश्रा ने माननीय न्यायमूर्ति श्री आनन्द सेन जी से पूछा कि न्यायिक प्रक्रियाएं प्रायः अंग्रेजी में होती है, इसमें हिंदी की क्या भूमिका हो सकती है? इसका जबाब देते हुए माननीय न्यायमूर्ति ने कहा कि अंग्रेजी माध्यम से उच्चत्तम न्यायलय में अधिकांश काम होता है, लेकिन जिस भाषा को हम नहीं जान रहे है, उस भाषा में हम अपने कानून को कैसे समझें?
इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य युवा वर्ग को हिन्दी भाषा, साहित्य और संस्कृति से जोड़ना है ¹। श्रीनाथ विश्वविद्यालय ने इस महोत्सव के माध्यम से हिन्दी भाषा को बढ़ावा देने और इसकी महत्ता को समझाने का प्रयास किया है।
