छाओं के लिए चांडिल कॉलेज मोड़ में बरकाखाना ट्रेन रूकवाने वाले श्यामा प्रसाद का निधन
चांडिल : शुक्रवार रात को 09:00 बजे झारखंड आंदोलनकारी सह छात्र नेता श्यामा प्रसाद महतो का निधन हो गया. वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे. बीमारी के कारण बीते रात इन्होने पितृक निवास कुकड़ू प्रखंड के केंदाअंदा गांव में अंतिम सांस ली. श्यामा प्रसाद महतो छात्र नेता सह ली.झारखंड आंदोलनकारी थे. 1985 में ईचागढ़ विधानसभा से निर्दलीय विधायक प्रत्याशी रह चुके तथा ईचागढ़ विधानसभा का एकमात्र डिग्री कॉलेज सिंहभूम कॉलेज चांडिल में अध्यक्ष रह चुके थे.
अपने कार्यकाल में उन्होंने बहुत सारे छात्रों को हॉफ फ्री और फूल फ्री कराके अपने आप में एक पहचान छोड़े थे तथा उन्हीं के बदौलत आज तक चांडिल कॉलेज मोड़ में छात्रों के लिए टाटा-बरकाखाना ट्रेन रुकती है. बताया जाता है कि श्यामा प्रसाद महतो ने ही पहली बार चांडिल कॉलेज मोड़ में पहली बार टाटा-बरकाखाना ट्रेन का चेन पुलिंग कर ट्रेन रुकवायी थी. इसके कारण इन्हें रेलवे की पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया था. और इन्होने एक रात जेल में गुजारी थी. इसके बाद चांडिल कॉलेज मोड़ में छात्रों के लिए टाटा-बरकाखाना ट्रेन लगातर रुकती है. इसके अलावे श्यामा प्रसाद महतो 21 अक्टूबर 1982 को तिरुलडीह गोलीकांड में भी छात्रों के धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में शामिल थे.
उस आंदोलन में शहीद अजित, धनंजय महतो शहीद हो गए थे.उस आंदोलन के प्रमुख चेहरा थे. श्यामा प्रसाद महतो की निधन की जानकारी उनके पुत्र सह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक समीर महतो उर्फ़ मनीष ने दी.