ईचागढ़ विधानसभा में हाथियों का कहर, किसानों की फसलें कर रहे बर्बाद
किसानों ने बताया कि वे महीनों से इन फसलों की देखभाल कर रहे थे, लेकिन हाथियों ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया।
ईचागढ़ : इन दिनों ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र के किसान हाथियों के आतंक से परेशान हैं। चांडिल अनुमंडल क्षेत्र अंतर्गत कुकड़ू प्रखंड के सिरूम पंचायत के रूपरू गांव में हाथियों के झुंड ने किसानों की सब्जियों के खेतों को बर्बाद कर दिया है।
हाथियों ने खेतों को किया तहस-नहस
ग्रामीणों के अनुसार, हाथियों के झुंड ने संजय महतो, अरुण कुमार महतो, ठाकुरदास महतो, नवकेश्वर महतो और शिशुपाल महतो के टमाटर, आलू, प्याज और अन्य सब्जियों के खेतों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है। किसानों ने बताया कि वे महीनों से इन फसलों की देखभाल कर रहे थे, लेकिन हाथियों ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया। क्षेत्र के किसान पहले ही मौसम और बाजार की मार से जूझ रहे हैं। अब हाथियों के आतंक ने उनकी समस्या को और बढ़ा दिया है। कई किसान आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं, क्योंकि उनकी पूरी फसल बर्बाद हो गई है। ग्रामीणों ने वन विभाग और जिला प्रशासन से हाथियों को नियंत्रित करने और नुकसान की भरपाई के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग की है। किसानों का कहना है कि अगर जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो उनकी आजीविका पर बड़ा खतरा मंडराएगा। हाथियों का आतंक न केवल फसलों को बर्बाद कर रहा है, बल्कि ग्रामीणों की जान पर भी खतरा बन रहा है। रात के समय हाथियों का झुंड गांव के आसपास देखा जा रहा है, जिससे लोग दहशत में हैं। वन विभाग को इस क्षेत्र में हाथियों के बढ़ते आतंक पर नियंत्रण के लिए सक्रिय भूमिका निभानी होगी। प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से किसानों में नाराजगी है। यह देखना होगा कि प्रशासन और वन विभाग हाथियों के आतंक को रोकने और किसानों को राहत देने के लिए क्या कदम उठाते हैं। फिलहाल, ग्रामीण और किसान दोनों ही चिंता और निराशा के माहौल में जी रहे हैं।