ज़ब्त वाहन छुड़ाने के मामले में दो जिप सदस्य समेत 21 आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज
ईचागढ़ पुलिस को अवैध बालू परिवहन रेड करने से रोकने को लेकर बिजय कुईरी को किया गिरफतार
ज़ब्त वाहन छुड़ाने के मामले में दो जिप सदस्य समेत 21 आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज
ईचागढ़: (सुधीर कुंभकार की रिपोर्ट )बीते सोमवार देर दिन रात ईचागढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत पातकुम पुलिया के पास ईचागढ़ पुलिस के साथ दुर्व्यवहार कर बालू रेड करवाई में खलल डालने थाना प्रभारी को रोके जाने, समेत अन्य मामलों में ईचागढ़ थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो जिप सदस्य समेत 21 अभियुक्तों के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है, जिसमें पुलिस ने एक अभियुक्त को हिरासत में लिया है.
ईचागढ़ पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए दो जिला परिषद सदस्य ज्योति लाल मांझी ,सविता मार्डी के विरुद्ध भी मामला दर्ज किया है. थाना प्रभारी विक्रमादित्य पांडे के लिखित शिकायत पर लालटू गुप्ता, सोमेन महतो ,नेपाल महतो, सुभाष शाही, प्रकाश चूड़ीवाल ,तबरेज आलम, राजेश सिंह, सलीम अंसारी, तपन मंडल ,पप्पू मुंडा, राजू अंसारी, रूपम गुप्ता, सुजीत गुप्ता, प्रकाश मार्डी, करमु मार्डी, बिजय कुइरी,मनोरंजन मंडल, कृष्ण मांझी समेत एक अज्ञात समेत कुल 21 आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है. गौरतलब है कि ईचागढ़ पुलिस ने पुराना ईचागढ़ थाना के पास से अवैध बालू उठाव परिवहन कर जा रहे एक हाईवे समेत जेसीबी को पकड़ा था, जिसकी सूचना स्थानीय ग्रामीणों को मिलने पर ईचागढ़ थाना प्रभारी समेत पुलिस बल को रोक दिया था. जिप सदस्यों ने पुलिस के इस कार्रवाई का कड़ा विरोध करते हुए बिना ग्राम सभा अनुमति के गांव में प्रवेश करने को सरासर गलत करार दिया था वही उग्र ग्रामीणों के विरोध के आगे बेबस ईचागढ़ पुलिस को जप्त हाईवा और जेसीबी को छोड़ना पड़ा था, इसके बाद ग्रामीण जेसीबी और हाईवा को लेकर वहां से निकल गए थे.रातों-रात मीडिया में खबर आने के बाद अलर्ट हुई थी जिला प्रशासन
पुलिस को जबरन रोके जाने संबंधित मामला रातों-रात मीडिया में प्रकाशित होने के बाद सरायकेला जिला पुलिस प्रशासन हरकत में आई थी, जिसके ईचागढ़ थाना पुलिस ने यह कार्रवाई की है.
गौरतलब है कि इससे पूर्व भी आरोपी जिला परिषद सदस्यों द्वारा ग्राम सभा का हवाला देकर बालू का अवैध चालन काटा जाता था ,जिस पर भी मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा इनके द्वारा पश्चिम बंगाल के चालन को मंगाकर झारखंड में बालू बेचा जाता हैं, जो सरकार को राजस्व हानि पहुंचाना है.