झारखण्डसरायकेला

उलगुलान के महानायक शहीद बिरसा मुंडा के 125वी शहादत दिवस मर्यादा पूर्वक मनाया गया।

आज दिनांक 9 जून 2024 को ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स आर्गेनाइजेशन सरायकेला खरसावां जिला कमिटी द्वारा उलगुलान के महानायक शहीद बिरसा मुंडा के 125वी शहादत दिवस के अवसर पर बामुंडीह , पाटा एवं चांडिल में मर्यादा पूर्वक मनाया गया। तीनों जगहों पर सर्वप्रथम बिरसा मुंडा की तस्वीर पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर किया गया*।

        

सरायकेला खरसावां जिला अध्यक्ष विशेश्वर महतो ने कहा कि आज केवल झारखंड ही नही बल्कि देश के विभिन्न क्षेत्रों में बिरसा मुंडा को याद कर उनके विचारों को लोगो तक पहुचाया जा रहा है! बिरसा मुंडा के शहादत को 125 वर्ष हो गया है, लेकिन राज्य का दुर्भाग्य है कि जिस उद्देश की पूर्ति के लिए बिरसा मुंडा ने शहादत दी थी वो उद्देश्य आज भी पूरा नहीं हुआ है। अवसरवादी राजनीति ने उनके सपने को कही खो दिया है। हमारा झारखंड बड़ा हुआ,बढ़ा नहीं,विकसित नहीं हुआ । बिरसा का सपना आज भी अधूरा है जिसे मिलकर सभी को पूरा करने का दायित्व लेना होगा अन्यथा झारखंड खनिज संसाधनों का नही बल्कि धूल, राख व अवशेष के रूप में बची रह जाएगी। जिला कार्यालय सचिव प्रभात कुमार महतो ने कहा राज्य व केंद्र की शिक्षा विरोधी नीतियों ने राज्य के शैक्षणिक माहौल को बिगाड़ कर रख दिया है। प्राकृतिक संपदाओं से परिपूर्ण कोयले की नगरी और जंगलों का राज्य होने के बावजूद भी झारखंड घोटालों के मामले में हमारा झारखंड टॅाप पर है,साम्प्रदायिक दंगो के मामले में भी शीर्ष पर है। गरीबी भूखमरी मे तो रिकॉर्ड ही टूट गया है विस्थापन में शीर्ष राज्य में शामिल है। झारखंड बिछड़ा राज्य है,यहां इंटर की पढ़ाई को कॉलेज से समाप्त करने, सीट कटौती तथा स्नाकोतर की पढ़ाई को बंद करने की साजिश सरकार द्वारा की जा रही है। कालेजों स्कूलों में शिक्षक नहीं,सरकारी नौकरियों में रोजगार के मामले में हमेशा सरकारों ने धोखा ही दिया। जिस कानून के कारण झारखंड की धरती बची रही आज उसी धरती को पूंजीपतियों के हाथो गिरवी रख दिया गया है। आदिवासियों मूलवासी को सदैव ठग कर ,सरकारें उनके जमीन जंगल को जबरन कब्जा का कोशिश कर रही।

एआईडीएसओ छात्र संगठन बिरसा मुंडा के आज 125 वी शहादत वर्ष की शुरुआत से और 150वा जन्म वर्ष के अवसर पर पूरे वर्ष तक झारखंड राज्य के स्कूल,कॉलेज,विश्वविद्यालय और घर-घर में बिरसा मुंडा के तस्वीर और उनके विचार को ले जाने का संकल्प लिया है

आज का कार्यक्रम कान्हु टुडू, युधिस्ठिर प्रमाणिक के नेतृत्व द्वारा किया गया। सहित दर्जनों छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

      प्रेषक 
  युधिष्ठिर प्रमाणिक

(कार्यालय सचिव)
एआईडीएसओ सरायकेला खरसावां

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