झारखंड मुक्ति मोर्चा विधायक समीर मोहंती को चुनाव आयोग का नोटिस, भाजपा हुई हमलावर
चुनाव आयोग के नोटिस से भाजपा का झारखंड मुक्ति मोर्चा पर पिछले लोकसभा चुनाव में भ्रष्टाचार का आरोप मजबूत हुआ- प्रतुल शाहदेव
बाबूलाल मरांडी ने इस मुद्दे पर मुख्य चुनाव आयुक्त को लिखित शिकायत कर सदस्यता रद्द करने और सीबीआई जांच की मांग की थी
*आगामी विधानसभा चुनाव में भी महागठबंधन के उम्मीदवारों के खर्चे पर पैनी निगाह रखे चुनाव आयोग*
Report Desk
Ranchi:- भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने आज चुनाव आयोग के द्वारा बहरागोड़ा के विधायक समीर मोहंती पर चुनावी खर्च में सीमा से ज्यादा खर्च करने पर नोटिस किए जाने का स्वागत किया।
नोटिस को लेकर प्रतुल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने उस समय भी कहा था कि पिछले लोकसभा चुनाव में महागठबंधन के घटक दलों ने पैसे का जमकर नंगा नाच किया है और मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश की। इस बात का पुख्ता सबूत इसी बात से हो गया कि समीर मोहंती ने खुद पत्र लिखकर पूर्वी सिंहभूम के कांग्रेस जिला अध्यक्ष पर उनके द्वारा दिए गए ₹6000 प्रति बूथ खर्च में से ₹2000 निकालने का आरोप लगाया था। प्रतुल ने कहा कि पूरे जमशेदपुर लोक सभा के 1887 बूथ पर ₹6000 प्रति बूथ खर्च के हिसाब से कुल 1.13 करोड़ से ज्यादा रुपयों का खर्च आता है।ये सिर्फ अंतिम दिन का खर्च है ।चुनाव प्रचार का खर्च इसमें जुड़ा हुआ नहीं है।ये राशि चुनाव आयोग के तय किये गए सीमा से बहुत ज्यादा था। प्रतुल ने कहा जब समीर मोहंती इस पत्र को लिखने के बाद घिरे तो उन्होंने पल्ला झाड़ने के लिए इस पत्र को फर्जी बताया। लेकिन आश्चर्जनक रूप से उन्होंने आज तक इस मुद्दे पर प्राथमिकी दर्ज नहीं की। यही साफ दिखता है कि यह पत्र सही था।प्रतुल ने चुनाव आयोग से भी आग्रह किया कि वह आगामी विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के उम्मीदवारों के खर्च की करीब से मॉनिटरिंग करे।
बाबूलाल मरांडी ने जून महीने में ही इस मुद्दे पर चुनाव आयोग में शिकायत की थी
प्रतुल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने 17 जून, 2024 को ही मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर समीर मोहंती के पत्र के पूरे प्रकरण की जानकारी दी थी और उनकी सदस्यता रद्द करने की अपील की थी। प्रतुल ने कहा कि बाबूलाल मरांडी ने अपने पत्र में पूरे घटना का विस्तृत विवरण देते हुए यह बताया था कि किस तरीके से चुनाव आयोग की सीमा से बहुत ज्यादा खर्च समीर मोहंती ने किया है।बाबूलाल मरांडी ने इस पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच की भी मांग की थी।बहरहाल चुनाव आयोग के नोटिस के बाद एक बार फिर से भाजपा द्वारा पिछले लोकसभा चुनाव में महागठबंधन के उम्मीदवारों के द्वारा बेहिसाब पैसा खर्च के आरोप को बल मिला है।