“सरायकेला में SEL समागम का आयोजन: सामाजिक और भावनात्मक शिक्षण पर जोर”
कार्यक्रम में शिक्षक, छात्र, अभिभावक, और मीडियाकर्मी उपस्थित रहे। जिला शिक्षा अधीक्षक ने SEL के 9 घटकों पर बात की और कहा कि ये सभी घटक 21वीं सदी के कौशल को बढ़ावा देते हैं।
इस समागम का मुख्य उद्देश्य सभी हितधारकों को एक साझा मंच पर लाना है, ताकि सामाजिक और भावनात्मक शिक्षण (SEL) के महत्व के प्रति जागरूकता बढ़ाई जा सके और बच्चों के संपूर्ण बाल विकास को सुनिश्चित किया जा सके।
प्रोजेक्ट सम्पूर्णा-हर्ष जोहार वर्तमान में झारखंड के 24 जिलों के 121 विद्यालयों में सफलतापूर्वक क्रियान्वित किया जा रहा है। अगले चरण में इसे 325 प्रखंड स्तरीय आदर्श विद्यालयों में लागू किया जाएगा, जिससे और अधिक बच्चों को इसका लाभ मिलेगा।
