सुखराम हेम्ब्रम ने डायरिया पीड़ित परिवारों के बीच दवाई व ओआरएस,ब्लिचिंग पाउडर का वितरण किया
चांडिल: shivnath Mahato ईचागढ़ प्रखंड के गुदड़ी पंचायत अंतर्गत खूनडीह गांव में कुछ दिनों से डायरिया का प्रकोप चल रहा है। गांव में अबतक कुल दस लोग डायरिया की चपेट में आ चुके हैं। वर्तमान में सात लोग डायरिया की चपेट में हैं, इनमें से चार का इलाज अस्पताल में चल रहा है।हालात बिगड़ने के बाद डायरिया पीड़ितों के परिजनों ने सोमवार को पातकुम स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ईचागढ़ पहुंचाया।
खूनडीह के 22 वर्षीय संतोष माझी, 54 वर्षीय कमला माझी, 55 वर्षीय दुर्गामणि माझी और छह वर्षीय अंजू माझी का इलाज अस्पताल में चल रहा है। कमला मांझी को एमजीएम रेफर किया गया है।खुनडीह गांव में डायरिया की प्रकोप की खबर सुनकर ईचागढ़ विधानसभा के लोकप्रिय समाजसेवी झारखंड आंदोलनकारी सह स्वच्छ चांडिल स्वस्थ्य चांडिल के संस्थापक सुखराम हेम्ब्रम जी मंगलवार को खुनडीह गांव पहुंचे।
एवं सभी का हालचाल जाना।एवं पीड़ित परिवार के बीच सुखराम हेम्ब्रम ने आवश्यक दवाई ,ब्लीचिंग पाउडर,ओआरएस,डीडीटी का वितरण किया गया।ईचागढ़ प्रखंड के खूनडीह में डायरिया का प्रकोप फैलने के बाद एएनएम सरोज कुमारी,व जमीला टोप्पो ने खुनडीह पहुंचे और लोगों की जांच किया।समाजसेवी सुखराम हेम्ब्रम व एएनएम टीम ने ग्रामीणों को डायरिया से बचाव के उपाय भी बताए।साथ ही जगह-जगह ब्लिचिंग पाउडर का छिड़काव किया।
सुखराम हेम्ब्रम ने ग्रामीणों को बताया कि डायरिया एक संक्रामक बीमारी है, जो दूषित भोजन व पानी के सेवन से फैलती है।यह बीमारी गंदगी की वजह से भी एक से दूसरे व्यक्ति तक पहुंच सकती है।डायरिया से बचने के लिए उबला हुआ पानी पीने व ताजा भोजन करने की सलाह दी।मौके पर डोमन बास्के,प्रकाश मार्डी,लबिन हांसदा, मंटु राजवार,अरुण सोरेन, प्रहलाद दे, शंकर हांसदा आदि मौजूद थे।