Who will be the Next CM of Jharkhand? झारखंड की राजनीति का पूरा घटनाक्रम- राजभवन से निकले चंपाई सोरेन, मीडिया से हुए मुखातिब
Ranchi- राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने सत्ताधारी विधायकों को 5.30 बजे मिलने का समय दिया था। पांच विधायक राज्यपाल से मिलने पहुंचे, इसमें विधायक दल के नेता चंपई सोरेन भी शामिल थे। राजभवन से बाहर निकलने के बाद मीडिया से चंपई सोरेन ने कहा कि उन लोगों ने राज्यपाल के पास यह आग्रह किया कि जल्दी ही सरकार का गठन किया जाए, जिस पर राज्यपाल ने आश्वासन दिया है कि जल्द इस पर काम होगा। चंपई सोरेन ने कहा कि झारखंड में पिछले 22 घंटे से कर्ता धर्ता नहीं है। झारखंड में असमंजस की स्थिति है। सरकार गठन पर अविलंब निर्णय लिया जाना चाहिए। वहीं पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव ने बताया कि राज्यपाल ने कहा कि वे विधि-विशेषज्ञों से राय ले रहे है, और जल्दी ही बुलावा भेजेंगे। विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि हमें उम्मीद है कि राज्यपाल कल ही हमारे समर्थन पत्र पर निर्णय लेंगे। वहीं चंपई सोरेन की मांग पर राज्यपाल ने रात तक का समय माँगा।
राज्यपाल से आग्रह भ्रम की स्थिति से बाहर निकालें
गौरतलब है कि आज दोपहर में राजभवन को लिखी चिट्ठी में चंपई सोरेन ने कहा था कि झारखंड में 18 घंटे से ज्यादा समय से कोई सरकार अस्तित्व में नहीं है। विलंब से प्रदेश के नागरिकों में असमंजस की स्थिति बन रही है। राज्य का संवैधानिक प्रमुख होने के नाते राज्यपाल का यह कर्तव्य है कि वह राज्य को भ्रम की स्थिति से बाहर निकालें। उन्होंने कहा कि हमारे पास 47 विधायकों का समर्थन है। 43 विधायकों के हस्ताक्षर वाला समर्थन पत्र हमने सौंप दिया है। चंपई सोरेन ने मांग रखी थी कि उनको अविलंब मुख्यमंत्री नियुक्त कर सरकार गठन की मंजूरी प्रदान करें। उन्होंने कहा कि मेरे पास बहुमत है और मैं झारखंड को स्थिर और मजबूत सरकार देने में सक्षम हूं।
पेश किया सरकार बनाने का दावा
बता दें कि बुधवार को राजभवन पहुंचकर पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्यपाल को अपना त्यागपत्र सौंपा। जिसे राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने स्वीकार कर लिया था। मुख्यमंत्री के साथ पीछे ईडी की टीम भी राजभवन पहुंची थी। वहीं दूसरी तरफ, गठबंधन दल के नए नेता चंपई सोरेन ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था। हेमंत सरकार में संसदीय कार्य मंत्री रहे कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम चंपई सोरेन के साथ बाहर निकलते हुए कहा था कि हमारा दावा सही हमारे साथ 45 सदस्य हैं। जहां कहें हम बहुमत साबित कर सकते है। तत्काल 43 विधायक बाहर खड़े हैं।
चंपई सोरेन ने कहा 43 विधायकों का है समर्थन
पेपर में गौरतलब है कि बुधवार देर शाम राज्यपाल को समर्थन पत्र सौंपने के बाद ही सत्तापक्ष के विधायक राज्यपाल से वक्त मिलने का इंतजार कर रहे थे। बता दें कि गुरुवार की दोपहर चंपई सोरेन ने राज्यपाल को पत्र लिखकर दोबारा समय मांगा था। चंपई सोरेन ने बताया था कि हमारे पास कुल 47 विधायकों का समर्थन हैं। इनमें से समर्थन पत्र पर 43 विधायकों के हस्ताक्षर हैं। दरअसल, मंगलवार को बुलाई गई बैठक में झामुमो के लोबिन हेम्ब्रम, रामदास सोरेन, चमरा लिंडा और सीता सोरेन मौजूद नहीं थे इसलिए, उनका हस्ताक्षर नहीं लिया गया था।