छऊ महोत्सव में संरक्षक मनोज कुमार चौधरी का बड़ा बयान, कहा- परंपरा और संस्कृति से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं
छऊ महोत्सव: परंपरा और संस्कृति का हिस्सा
सरायकेला में आयोजित छऊ महोत्सव में सरायकेला छऊ आर्टिस्ट एसोसिएशन के संरक्षक मनोज कुमार चौधरी ने कहा कि छऊ महोत्सव के नाम पर गलत चीजें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। उन्होंने कहा कि छऊ केवल नृत्य नहीं है, बल्कि यह हमारी परंपरा और संस्कृति का हिस्सा है।
प्रशासनिक पदाधिकारियों को चेतावनी
मनोज कुमार चौधरी ने कहा कि प्रशासनिक पदाधिकारियों को छऊ महोत्सव की आड़ में गलत चीजें करने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि आर्टिस्ट एसोसिएशन इसका पुरजोर विरोध करता है और भविष्य में करता रहेगा।
राजकीय कला केंद्र को व्यवस्थित करने की मांग
मनोज कुमार चौधरी ने प्रशासन से मांग की कि राजकीय कला केंद्र को व्यवस्थित किया जाए और कलाकारों के उत्थान के लिए काम किया जाए। उन्होंने कहा कि छऊ महोत्सव की जगह “चैत्र पर्व” का आयोजन किया जाए और कलाकारों को उचित पारितोषिक दिया जाए।
कलाकारों के सम्मान की मांग
मनोज कुमार चौधरी ने कहा कि कलाकारों के सम्मान के लिए प्रशासन को काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कलाकारों को उचित पारितोषिक देने से उनका मनोबल बढ़ेगा और वे अपनी कला को और भी बेहतर बना पाएंगे।
छऊ महोत्सव का महत्व
मनोज कुमार चौधरी ने कहा कि छऊ महोत्सव हमारी परंपरा और संस्कृति का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव हमें अपनी जड़ों से जोड़ता है और हमें अपनी संस्कृति के बारे में जानने का अवसर प्रदान करता है।