चांडिल भालुकोचा में आदिम कुम्हार महासंघ का महासम्मेलन संपन्न
चांडिल: सरायकेला जिला के चांडिल भालुककोचा में आदिम कुम्हार महासंघ की महामंच का महासम्मेलन सुचारू रूप से सम्पन्न हुआ। इसमें बहुत सारे मुद्दों पर चर्चा हुआ । जिसमें कुम्हार एकता को सुदृढ़ बनाने ,समाज को आर्थिक राजनीतिक ,सामाजिक ,पारिवारिक और एकत्रित रूप से सक्षम बनाने,, महिलाओं को शिक्षित करने,सरकार से हमारे हक की प्राप्य को मांग करने,माटीकला बोर्ड की नवीनीकरण, प्रति महीने बैठक की कोशिश, नए नए जगह पर कमिटी का गठन करने से संबंधित मुद्दों पर चर्चा किया गया।दूर दूर से आए हुए अतिथियों को सम्मानित किया गया।आए हुए सज्जनों ने अपना साक्ष्यम के अनुसार अनुदान भी दिया। समाज के विचारकों,संचालकों,और सलाहकारों द्वारा समाजोत्थान के लिए विभिन्न सुझाव दिया गया।समाज के प्रति उत्सुक,जागरूक और समर्पित रहने वाले लोगों को पुष्प माला से सुशोभित किया गया। अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। पढ़ाई,शिल्पकला,संगीत,वाद्य में निपुण तथा मेधावी छात्रों छात्राओं को सम्मानित किया गया।इस मौके पर महासंघ के अध्यक्ष श्री सुधीर कुंभकार महाशय, मुख्य सलाहकार श्री सरोज चौधरी,सभा संचालक श्री ज्योतिर्मय पाल (घाटशिला),श्री प्रदीप कुमार महाशय जी, श्रीमती अनिता पारित,श्री मनोज कुमार (प्रखंड अध्यक्ष कूकडु )मुख्य अतिथि श्री रामकृष्ण प्रधान, श्री हरेलाल कुंभकार, विशिष्ट अतिथि डॉ बी महतो,गुमला से श्री श्रावण कुमार, गम्हरिया से मनोरंजन वैज,और बादल पाल,शंकरदा से श्री त्रिभोज्योति भकत, घाटशिला से श्री साधु चरण पाल, श्रीमती साधना पाल,पटमदा से साधु चरण कुमार कुमार, पटमदा बोड़ाम से श्री गुहीराम कुंभकार, पूर्वी सिंहभूम पोटका प्रखंड अध्यक्ष श्री दीपक कुमार भकत,संयोजक श्री शशांक भकत, कालिकापुर संयोजक सुबल चंद्र भकत, इंचाडीह से श्री रघुबर कुमार, श्री सदानंद कुमार,आदरडीह से शरत कुमार,श्रीमती प्रतिमा देवी,और कौशल्या देवी, झिमरी से हरिपद कुमार ,दीपाली कुमार, खूंटी से गणेश कुमार और सुरेश कुमार, पहाड़मुरी से धनंजय कुमार और राजकिशोर कुमार,गोपालपुर से श्री प्रदीप कुमार, डाटम से संतोष कुमार, भोलाडीह से कृष्ण कुमार,सालगाडीह से श्री कैलाश कुमार, रावतारा से श्री शास्त्री कुमार,श्री नगेंद्र नाथ कुमार,छोटा लाखा से कृष्ण पद कुमार और तमाम प्रखंड अध्यक्ष,सचिव,और उपाध्यक्ष तथा विभिन्न पदों पर पदस्थापित महाजनो के साथ सैकड़ों लोग उपस्थित हुए।
