“छिपा हुआ खजाना: बलदेव बाबा आश्रम और बड़ा कादल पहाड़, भविष्य का पर्यटक स्थल?”
प्रकृति की गोद में एक अद्भुत स्थल
राजनगर प्रखण्ड के जुमाल पंचायत अंतर्गत बड़ा कादल बलदेव बाबा आश्रम के सामने स्थित पहाड़ अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांति से लोगों को आकर्षित करता है। यह पहाड़ न केवल एक पर्यटन स्थल है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो हमें अपने इतिहास और संस्कृति से जोड़ता है।

पहाड़ की ऊंचाई लगभग 230 मीटर है, और इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यहाँ से चारों ओर का दृश्य काफी सुंदर दिखाई देता है। पहाड़ पर चारों तरफ हरियाली ही हरियाली है, जो मन को मोह लेती है। पहाड़ के ऊपर अनेक जीव-जन्तु भी देखने को मिलते हैं, जो इस स्थल को और भी आकर्षक बनाते हैं।
कोयल और मोर की मधुर आवाजें पूरे जंगल में गुंजायमान होती हैं, जो सुनने में बहुत ही मधुर लगती हैं। पहाड़ के ऊपर अनेक प्रकार के फल-फूल और जड़ी-बूटियाँ भी पाई जाती हैं, जो हमारे स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती के लिए काफी फायदेमंद हैं।
बलदेव बाबा आश्रम एक प्रचलित आश्रम माना जाता है, जो कि आज तक छिपा हुआ है और लोगों को उतनी जानकारी नहीं है। लेकिन आने वाले दिनों में यह आश्रम और पहाड़ पर्यटक स्थल के रूप में चिन्हित हो सकते हैं। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता, शांति, और स्वास्थ्यवर्धक जड़ी-बूटियाँ और फल-फूल हमें अपनी ओर आकर्षित करते हैं। अगर आप भी प्रकृति के करीब जाना चाहते हैं, और एक अद्भुत अनुभव करना चाहते हैं, तो यह पहाड़ और आश्रम आपके लिए एक आदर्श स्थल हो सकता है।
