चांडिल: सनशाइन क्लासेस बनसा ने इंटर साइंस में रचा इतिहास, छात्रों का शानदार प्रदर्शन
ईचागढ़: चांडिल प्रखंड के बनसा गांव में स्थित सनशाइन क्लासेस एंड इंस्टीट्यूट्स ने एक बार फिर अपनी उत्कृष्ट शिक्षण पद्धति और समर्पण के बल पर झारखंड अधिविद्ध परिषद (जैक) बोर्ड द्वारा आयोजित कक्षा 12 साइंस परीक्षा में शानदार प्रदर्शन कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। संस्थान के छात्र-छात्राओं ने न केवल अपनी मेहनत से बल्कि शिक्षकों के मार्गदर्शन से इस वर्ष के परिणामों में शीर्ष स्थान हासिल किए हैं। टॉपर्स की सूची में जनमंजय महतो ने 394 अंकों (78.8%) के साथ प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि संतोषी कुमारी ने 323 अंकों (64.6%) के साथ दूसरा और रेखा महतो व ललित महतो ने 318 अंकों (63.6%) के साथ संयुक्त रूप से तीसरा स्थान हासिल किया।

इसके अलावा, संस्थान के अन्य छात्रों ने भी उल्लेखनीय प्रदर्शन किया। मुस्कान महतो ने 317 अंक (63.4%), सुलोचना महतो ने 310 अंक (62%), चंदना महतो ने 300 अंक (60%), पंचमी महतो ने 288 अंक (57.6%), और अनिल सिंह ने 277 अंक (55.4%) प्राप्त किए। इस शानदार प्रदर्शन ने न केवल छात्रों के कठिन परिश्रम को दर्शाया, बल्कि सनशाइन क्लासेस बनसा की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अनुशासित शिक्षण पद्धति को भी रेखांकित किया।
संस्थान के शिक्षकों—विश्व रंजन (फिजिक्स), राकेश रंजन (केमिस्ट्री), और स्वपन (मैथ्स)—ने इस उपलब्धि पर गर्व व्यक्त किया। विश्व रंजन ने कहा, “हमारे छात्रों की मेहनत और हमारी शिक्षण पद्धति का यह परिणाम है। हम उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं।” राकेश रंजन ने जोड़ा, “छात्रों का समर्पण और नियमित अभ्यास इस सफलता का आधार है।” शिक्षक स्वपन ने भी छात्रों की लगन की सराहना करते हुए कहा, “यह न केवल छात्रों की जीत है, बल्कि पूरे संस्थान का गौरव है।”
सनशाइन क्लासेस एंड इंस्टीट्यूट्स बनसा ने अपनी स्थापना के बाद से ही आसपास के क्षेत्रों में शिक्षा के क्षेत्र में एक मजबूत पहचान बनाई है। संस्थान का ध्यान व्यक्तिगत मार्गदर्शन, नियमित टेस्ट, और वैज्ञानिक शिक्षण पद्धति पर रहा है, जिसके परिणामस्वरूप छात्रों ने लगातार बेहतर प्रदर्शन किया है। इस वर्ष का परिणाम इस बात का प्रमाण है कि मेहनत, समर्पण, और सही मार्गदर्शन से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। यह सफलता न केवल छात्रों और शिक्षकों के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है। सनशाइन क्लासेस ने साबित कर दिया कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और समर्पण से नई ऊंचाइयां छुई जा सकती हैं। संस्थान के प्रबंधन ने भविष्य में भी ऐसी उपलब्धियों को जारी रखने का संकल्प लिया है।
