मां रंकिणी मंदिर: आस्था और सुंदरता का केंद्र
जादूगोड़ा-हाता मुख्य मार्ग पर स्थित मां जगत जननी रंकिनी माँ का मंदिर अपनी अद्वितीय सुंदरता और आध्यात्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। जादूगोड़ा से 3 किलोमीटर दूर कपरीघाट में स्थित इस मंदिर में मां रंकिणी की चांदी की आंखों वाली प्रतिमा अत्यंत प्रभावशाली है।

मंदिर की सुंदरता और आस्था का केंद्र होने के कारण यहां प्रतिदिन भक्तों की भीड़ लगती है, खासकर मंगलवार और शनिवार को विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। मां रंकिणी को देवी दुर्गा के एक रूप में पूजा जाता है और लोग अपने कष्टों के निवारण के लिए यहां आते हैं।
मंदिर के इतिहास और उत्पत्ति के बारे में कम जानकारी उपलब्ध है, लेकिन ऐसा माना जाता है कि इसका निर्माण धालभूमगढ़ के राजा जगन्नाथ धाल ने करवाया था। वर्तमान में मंदिर का प्रबंधन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है, जिसका गठन 1954 में हुआ था।
मां रंकिणी के आशीर्वाद से आप सभी को लाभ मिले, और आप कब दर्शन के लिए जा रहे हैं?