Kudmi great gathering-8 मार्च से पुरुलिया में होगा कुड़मी समाज का महाजुटान
कुड़मी जाति के प्रति सरकार के रवैया को देखते हुए कुड़मी आदिवासी समाज के लोग आंदोलन की दशा और दिशा तय करेंगे-काजल महतो
सोशल मीडिया में प्रख्यात काजल महतो ने कहा कि कुड़मी जाति के प्रति सरकारों के व्यवहार को देखते हुए कुड़मी आदिवासी समाज के लोग आंदोलन की दशा और दिशा तय करने के उद्देश्य से 8, 9 और 10 मार्च को लगभग 10 लाख की संख्या में पुरुलिया में जुटेंगे।
काजल ने अपील की कि इस महाजुटान में कुड़मी नामधारी सभी संगठनों के नेतृत्वकर्ता और समर्थक राजनीतिक मतभेद भुलाकर पहुंचें। महाजुटान में पूर्व एवं वर्तमान एमपी एवं एमएलए को भी आमंत्रि किया गया है। कार्यक्रम में करीबन 20 लाख लोगों की भागीदारी का दावा किया गया।
कार्यक्रम में ओड़िसा, बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़, असम, बांग्लादेश समेत अन्य राज्य के लोग जुटेंगे। कार्यक्रम में तीन मांगों पर मुख्य रूप से चर्चा की जाएगी। कुड़मी को पुनः आदिवासी सूची में शामिल किया जाए, कुड़मालि भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए और सरना धर्म कोड लागू किया जाए। काजल ने कहा हमलोग फिर से अपनी जड़ों को खोजकर वहां तक पहुंचने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं।