झारखण्डधर्मसरायकेला

स्लग-सुहागिनों ने पति की लम्बी उम्र के लिए वट सावित्री का किया व्रत

ईचागढ़:सरायकेला-खरसावां जिला के ईचागढ़ व कुकड़ु प्रखंड क्षेत्र में सुहागिन महिलाओं ने अमावस्या के शुभ अवसर पर अपने पति की लम्बी उम्र के लिए वट सावित्री का व्रत किया। सुहागिन महिलाओं ने वट बृक्ष का पूजा अर्चना कर अपनी पति की दिर्घायु का कामना किया। फल,मुल व मीठाई का भोग लगाकर वट बृक्ष पर कलाउ बांधकर वट बृक्ष पर परिक्रमा कर व्रत का रस्में निभाई।

कुकड़ु प्रखंड के तिरूलडीह रेलवे स्टेशन परिसर स्थित वट बृक्ष में सुहागिन महिलाओं का सुबह से ही तांता लगा रहा। महिलाओं ने वट बृक्ष के नीचे पूजा अर्चना कर पति की लम्बी आयु का कामना किया।वहीं पूजारी द्वारा महिलाओं को सावित्री सत्यवान का व्रत कथा सुनाया गया। बताया जाता है कि सत्यवान का सर्प दंश से मृत्यु हो गई थी ,तब सावित्री वट बृक्ष के नीचे मृत शरीर को रखकर अपने मृत पति का जीवन दान के लिए तप कि थी और सत्यवान का आत्मा को यमराज को वापस करना पड़ा था। तभी से सुहागिन महिलाएं अपनी पति की लम्बी उम्र के लिए वट सावित्री व्रत करती है। वहीं पंडित पारसनाथ पाठक ने बताया कि आज अमावस्या के दिन वट सावित्री का सुहागिन महिलाओं ने पूजा अर्चना किया। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में वट सावित्री व्रत का काफी महत्व है। उन्होंने कहा कि सती सावित्री द्वारा कठोर व्रत कर अपने पति को जीवित किया था। उन्होंने कहा कि तब से लेकर सुहागिन महिलाएं वट सावित्री व्रत करती आ रही है।

Share this news

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *