मादक पदार्थों के विरुद्ध जागरूकता को लेकर वाहन को उप विकास आयुक्त नें किया रवाना
मादक पदार्थों के विरुद्ध जागरूकता उद्देश्य से जिले के विभिन्न क्षेत्र में आयोजित होंगे जागरूकता कार्यक्रम, सभी की सहभागिता आपेक्षित- उप विकास आयुक्त
Saraikela:-जिला दण्डाधिकारी-सह- उपायुक्त श्री रवि शंकर शुक्ला के निर्देशानुसार 19 जून से 26 जून 2024 तक मादक पदार्थों के विरुद्ध जिले में जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाएगा।
इस निमित्त आज समाहरणालय परिसर से उप विकास आयुक्त प्रभात कुमार बर्दियार के द्वारा जागरूकता वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
वही मौक़े पर अपर उपायुक्त संजय कुमार दास, उप निर्वाचन पदाधिकारी गौतम प्रसाद साहू, जिला कल्याण पदाधिकारी गोपी उरांव, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार तथा जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सत्या ठाकुर उपस्थित रहें।
इस दौरान उप विकास आयुक्त नें कहा कि निषिद्ध मादक पदार्थों का दुरुपयोग को कम करने, इसके व्यपार मे संलिप्त तस्करों तथा उपयोकर्ताओं के विरुद्ध सख़्त कानूनी कारवाई के साथ-साथ समाज को, विशेषकर किशोर तथा युवा वर्ग को इसके दुष्प्रभाव के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित राज्यव्यापी जागरूकता कार्यक्रम जिले में भी संचालित किया जा रहा है। इसी अभियान के तहत आज दो जागरूकता रथ (सरायकेला एवं चाँडील अनुमंडल के लिए) रवाना किया गया है। जागरूकता रथ अनुमंडल क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रो में भ्रमण कर लोगो को मादक पदार्थों के दुरुपयोग, मादक पदार्थों के सेवन से स्वास्थ्य एवं परिवार पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव आदि के बारे में विस्तृत जानकारी साझा कर लोगो को जागरूक करेगी।
उन्होंने कहा कि अभियान के प्रभावी परिणाम के लिए मादक पदार्थों के खिलाफ सभी विभागों एवं एजेन्सियों को आपसी समन्वय बनाकर जागरूकता अभियान संचालित करने की आवश्यकता है, जिसके तहत जिला प्रशासन सहित गैर सरकारी संस्थानों, जेएसएलपीएस की महिला संगठनों, पंचायती राज संस्थाओं, शैक्षणिक संस्थाओं को अपने-अपने स्तर से कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही जिला, प्रखंड तथा पंचायत स्तर पर विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से लोगो को जागरूक करने हेतू कार्य योजना बनाई गई है जिसमे सभी की सहभागिता आवश्यक है। अभियान के सफल क्रियान्वयन में जिला प्रशासन का सहयोग करें ताकि युवा पीढ़ी को मादक पदार्थों के सेवन के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक किया जा सके।