What an Idea- सुदूर गाँव में पूरी परिवार मिलकर कर रही ये बिज़नेस, बेरोज़गारी को दिखा रहे ठेंगा
Saraikella/Rajnagar:- भारत की आबादी दिन प्रतिदिन बड़ रही है, नौकरी सीमित है बेरोज़गार युवा ज़्यादा, एसे में ये एक बहुत बड़ी समस्या है
अब दूसरी नज़रिया आपको दिखाते है। भारत में 140 करोड़ आबादी हो चुकी है यहाँ का मार्केट दुनिया की सबसी बड़ी मार्केट है आबादी के साथ सामान की खपत भी बढ़ रही है, उत्पाद की अवसर बड़ रही है।
एक बात की मंथन करने की ज़रूरत है हम आज भी china पर क्यों आश्रित है। हमारे घर पर पड़ी समान देखेंगे तो पिन से लेकर फ़ोन तक सभी चाइनीज़ प्रोडक्ट है। भारत में आख़िर कमी क्या है? एक छोटी से नेल कटर made in Korea की हम इस्तेमाल करते है।
राजनगर छेत्र महेशकुदर गाँव के एक छोटी से घर के सामने से हम गुज़र रहे थे, घर के गली में परिवार के सदस्य जिसमें बूढ़े, युवा, बच्चे, महिला सभी शामिल है, चुस्की की पैकिंग कर रहे है। चुस्की आप हम सभी बचपन में खाए होंगे। प्लास्टिक की पैकिंग में फ्लेवर्ड पानी होती है जिसे आइस जमाया जाता है और गाँव-गाँव घूम घूम कर फेरी वाले बेचते है।
छोटी से आईडिया और लागत बहुत कम। मशीन की बात करे तो एक सीलिंग मशीन बस।
घर की मुखिया से बात की हमने, मुख्य तौर पर किसान है गर्मी की सीजन में ये चुस्की की काम करते है। ऑर्डर पर बनाया जाता है। 50 पैसे प्रति के हिसाब से वो दुकानदार को बेचते है। उन्होंने कहा आइस क्रीम के मार्केट में आने से डिमांड घटी है लेकिन अब भी गाँव में इसकी अच्छी बिक्री होती है। बच्चों को 1 रुपया में मिल जाता है। कई फ़्लेवर्स का ये बनता है, लीची, ऑरेंज, मैंगो, कोला। जैसे ऑर्डर होता है उस हिसाब से बनाते है। आइस क्रीम्स में बहुत ज़्यादा कैमिकल्स का उपयोग होता है ये छोटे बच्चे भी खा सकते है।
इन जैसे छोटे ग़रीब परिवार जो ख़ुद कुछ कर अपनी जीवन यापन कर रहे है उन्हें सपोर्ट करना हमारा फ़र्ज़ है। इन जैसे लोगो को हम कहते है सलाम!!!! देश के ऊपर बोझ को इन जैसे लोग हल्का कर रहे है।
चुस्की के लिए इनसे ज़रूर संपर्क करे-