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टाटा स्टील की सामाजिक जिम्मेदारी पहल से झारखंड की तस्वीर बदल सकती है: डॉ शुभेन्दु महतो

टाटा स्टील की सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) पहल की सराहना करते हुए झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के नेता डॉ शुभेन्दु महतो ने कहा है कि यदि टाटा स्टील अपनी सीएसआर राशि का उपयोग करती है, तो यह झारखंड राज्य की तस्वीर को पूरी तरह से बदल सकता है।

 

उन्होंने बताया कि मार्च 2022 में टाटा स्टील फाउंडेशन ने कोल्हान प्रमंडल के तीन जिलों – सरायकेला-खरसावां, पूर्वी सिंहभूम और पश्चिमी सिंहभूम में 565 सहिया और एएनएम/जीएनएम को ई-स्कूटर वितरित किए थे। वर्तमान में कोल्हान में लगभग 1900 सहिया दीदी कार्यरत हैं।

 

डॉ महतो ने आगे कहा कि टाटा स्टील के प्रतिनिधियों ने बताया था कि जल्द ही झारखंड के अन्य जिलों में भी इस मॉडल को लागू किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा ने इस वर्ष भी टाटा स्टील फाउंडेशन से कोल्हान प्रमंडल के सहियाओं और एएनएम/जीएनएम दीदीयों को स्कूटी देने की मांग की है।

 

डॉ महतो ने टाटा स्टील की सीएसआर पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि यदि यह परंपरा बन जाती है, तो यह पूरे कोल्हान प्रमंडल के लिए अभूतपूर्व होगा। उन्होंने कहा कि टाटा स्टील बड़े पैमाने पर उत्पादन कार्य के लिए विख्यात है, और यदि वह क्षेत्र के लोगों के लिए कुछ करती है, तो यह जनकल्याणकारी कार्य काफी सराहनीय होगा।

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