Diabetes in Children:- बच्चों में बढ़ रही डायबिटीज का ख़तरा, जाने इसकी संकेत, लक्षण और भारत में क्या है इसकी उपचार
Health Post- अग्न्याशय यानी पैंक्रियास शरीर के सबसे आवश्यक अंगों में से एक है जो शरीर में इंसुलिन हार्मोन बनाता है। इंसुलिन हार्मोन (hormones) रक्त शर्करा यानी blood glucose के स्तर को एनर्जी में परिवर्तित करने में अहम भूमिका निभाता है। कभी-कभी पैंक्रियास पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता है, या लिवर की सेल्स इंसुलिन (insulin) को अवशोषित यानी अब्सोर्ब करने में विफल हो जाती हैं, जिससे ब्लड में ग्लूकोस जमा हो जाता है, इसी स्थिति को डायबिटीज मेलिटस या डायबिटीज कहते है
इस आर्टिकल में बच्चों में डायबिटीज इसका इलाज और इसे कैसे कम किया जा सकता है, इसके बारे में जानकारी मिलेगी
बच्चों में कब और किस उम्र में डायबिटीज हो सकता है? In what age can a child get diabetes?
हेल्थ जर्नल के आंकड़े आपको हैरानी में डाल सकते हैं, बच्चों को 5 साल बाद या किशोरावस्था के दौरान डायबिटीज हो सकता है। बच्चों में डायबिटीज होने की कोई निर्धारित उम्र नहीं होती है। बच्चों में डायबिटीज दो प्रकार का हो सकता है
टाइप 1 डायबिटीज मेलिटस ( Type 1 Diabetes Mellitus)
टाइप 1 डायबिटीज मेलिटस ज्यादातर बच्चों में देखा जाता है और यह तब होता है जब पैंक्रियास उचित मात्रा में इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता है। देश में हुई अध्ययनों के अनुसार, भारत में लगभग 97,000 बच्चों को टाइप 1 डायबिटीज है, यानी प्रति एक लाख जनसंख्या पर 30 बच्चे टाइप 1 डायबिटीज से ग्रशित है, हालांकि, ज्यादातर यह 5 साल की उम्र के बाद दिखाई देता है।
टाइप 2 डायबिटीज मेलिटस ( Type 2 Diabetes Mellitus)
ये एक वयस्क-शुरुआत विकार के रूप में माना जाता है, टाइप 2 डायबिटीज उन बच्चों में भी देखा जाता है जहां पैनक्रियाज परियाप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता है, या सेल्स इंसुलिन प्रतिरोध के कारण उत्पादित इंसुलिन को नहीं लेती हैं।
नेशनल डायबिटीज स्टैटिस्टिकल रिपोर्ट -2020 के अनुसार, लगभग 24% नए निदान में बच्चों में टाइप 2 डायबिटीज दिखाया गया। टाइप 2 डायबिटीज 10 से 19 वर्ष के बच्चों में अधिक कॉमन है।
बच्चों में टाइप 1 डायबिटीज का संकेत (Type 1 diabetes in children Signs)
जब टाइप 1 डायबिटीज वाले बच्चों में इंसुलिन का उत्पादन रुक जाता है, तो ब्लड ग्लूकोस का स्तर बढ़ जाता है, और बच्चे आमतौर पर अपनी हर गतिविधि में आसानी से थक जाते हैं। यह भी देखा गया है कि इन बच्चों को बार-बार भूख लगती है।
टाइप 1 डायबिटीज वाले बच्चों में देखे गए कुछ संकेतों
• प्यास में वृद्धि
• बार-बार पेशाब आना
• अत्यधिक भूख
• वजन कम होना
• थकावट या थकान
• व्यवहार में बदलाव- चिड़चिड़े हो जाना
• फल महक सांस
ये लक्षण जल्दी विकसित होते हैं, और यदि आप अपने बच्चे में एक या अधिक लक्षण देखते हैं, तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर से जांच करने की आवश्यकता है।
बच्चों में टाइप 2 डायबिटीज का संकेत और लक्षण (signs and symptoms of Type 2 diabetes in children)
बच्चों में टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण, हालांकि टाइप 1 डायबिटीज के सामान्य अक्सर जिन पर किसी का ध्यान नहीं जाता या पता नहीं चलता। बच्चों में इस प्रकार का डायबिटीज धीरे-धीरे विकसित होता है और इसके लक्षणों का आसानी से पता नहीं चल पाता है।
कई बच्चों में इसके लक्षण महसूस नहीं होते हैं या कोई लक्षण नहीं दिखते हैं। हालाँकि, यदि आपको निम्न में से कोई भी लक्षण दिखाई देता है, तो आपका बच्चा टाइप 2 डायबिटीज विकसित करने के कगार पर हो सकता है।
बच्चों में डायबिटीज का उपचार और प्रबंधन (Treatment and Management of Diabetes in Children)
बच्चों में टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज के उपचार का लक्ष्य स्वस्थ भोजन, नियमित सुगर निगरानी, इंसुलिन चिकित्सा और नियमित व्यायाम के माध्यम से प्रबंधन है।