पहले विचार दुनिया बदलते था आज तकनीक दुनिया बदल रही है – हरिवंश नारायण सिंह।
आदित्यपुर स्थित श्रीनाथ विश्वविद्यालय में “शब्द ध्वनि” कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में उपसभापति राज्यसभा श्री हरिवंश नारायण सिंह उपस्थित हुए। विशिष्ट अतिथि के रूप मे जमशेदपुर पूर्व के विधायक सरयू राय , आरटीए कोल्हान श्री दिनेश रंजन जी, न्यूजप्रिंट टू हार्ट प्रिंट पुस्तक के लेखक प्रो डॉ अभिजीत चट्टोराज, डा श्रीनाथ श्रीधरन एवं डॉ सलोनी सिंहा उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया साथ ही इस अवसर पर हरिवंश नारायण सिंह जी के कार्यकाल पर आधारित पुस्तक “न्यूज़ प्रिंट टू हार्ट प्रिंट” का विमोचन भी हुआ। हरिवंश नारायण जी के प्रभात खबर से जुड़े कार्यकाल को सहायक प्राध्यापक ओमनीश दास ने नृत्य नाटिका के रूप में प्रस्तुत किया। तत्पश्चात पुस्तक के तीनों लेखको का साक्षात्कार श्रीनाथ विश्वविद्यालय के वरिष्ठ सलाहकार श्री कौशिक मिश्रा एवं सहायक प्राध्यापक शिवानी गोराई ने लिया , जिसमें उन्होंने तीनों लेखक वृंद जिन्होने “न्यूज़ प्रिंट टू हार्ट प्रिंट” लिखा है , उस किताब से जुड़े कई सवाल पूछे जिनका लेखको ने जवाब दिया।
वही इसके उपरांत श्री हरिवंश नारायण सिंह जी का श्री कौशिक मिश्रा एवं सहायक प्राध्यापक शिवानी गोराई ने साक्षात्कार लिया जिसमें उनके प्रभात खबर के संपादन से जुड़े कई सवाल पूछे गए जिनका हरिवंश जी ने जवाब दिया और कहा कि प्रभात खबर की सफलता टीमवर्क का परिणाम है । युवाओं में हौसला हो और टीमवर्क हो तो कोई काम मुश्किल नहीं है .
आज भारत का युवा तकनीकी के क्षेत्र में बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है आज हमारे बच्चे तकनीकी के क्षेत्र में ऐसा काम कर रहे हैं जैसा काम विदेश में भी नहीं हो रहा है। इसलिए युवाओं को तकनीक से जुड़े रहने की आवश्यकता है। पहले विचार दुनिया बदलते थे आज तकनीक दुनिया बदल रही है।
उनसे उनके कार्यकाल के अनुभव के बारे जब पूछा गया तो उन्होंने कहा जब मैं प्रभात खबर से जुड़ा था वह समय वाकई चुनौतियों से भरा था लेकिन हमने टीमवर्क का परिचय दिया और हमे प्रबंधन का भी सहयोग पूरा मिला । जब उनसे अखबार से जुङे संसाधनों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इसका जवाब देते हुए कहा कि यह सच है कि हमारे पास संसाधनों की बहुत कमी थी लेकिन फिर भी हमने उन मुश्किल हालातो में अपने लिए रास्ता बनाया । उनसे सवाल करते हैं पूछा गया कि आप कई जगह देश विदेश घूमे हैं इसका आपकी पत्रकारिता पर क्या असर पङा । इसका जवाब देते हुए हरिवंश जी ने कहा मैं कई जगह घूमता था और जो भी अनुभव करता था उसे अपने साथियों के साथ जरूर साझा करता था । हमारे बारे में कई नकारात्मक बातें भी चलती रहती थी लेकिन कभी भी हम उन बातों पर ध्यान नहीं देते थे और अपने काम में लगे रहते हैं।
कार्यक्रम के अंत में श्री हरिवंश नारायण जी से कुछ विद्यार्थियों ने पत्रकारिता से संबंधित सवाल भी पूछे जिनका हरिवंश जी ने जवाब दिया।
सरयू राय जी ने अपने वक्तव्य में कहा कि प्रभात खबर ही एकमात्र अखबार था जिसने रांची से लगातार उस समय होने वाले भ्रष्टाचार पर बेबाकी से रिपोर्टिंग किया करता था ।
सरयू राय ने हरिवंश जी को जुझारू और मेहनती बताया. हरिवंश जी के शुरुआती जीवन के बारे में बात करते हुए कहा कि उनका जन्म दियारा प्रांत में हुआ जिस कारण उनके अंदर शुरू से ही समस्याओं से लड़ने का जज्बा है।
हरिवंश जी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रभात खबर में हमारे कई सहयोगियों का साथ मिला ये सफर मेरे अकेले का नही है. विश्वविद्यालय के चांसलर सुखदेव महतो जी का उन्होंने आभार जताया और कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने श्रीनाथ विश्विद्यालय की नींव रखी है और उनकी समर्पण को मैं सलाम करता हूं और उनकी मेहनत से बहुत प्रभावित हूं.
90 के दशक को याद करते हुए उन्होनें कहा कि जमशेदपुर और रांची में क्राइम का ग्राफ बहुत अधिक था ।उन्होंने कहा की मैंने काफी समय तक बड़े मीडिया संस्थानों में काम किया था फिर इच्छा हुई की रांची जैसे छोटी जगह से शुरुआत की जाए तभी जाकर प्रभात खबर में काम करने का अवसर मिला। प्रभात खबर के लिए विज्ञापन एक बड़ी चुनौती थी क्योंकि झारखंड का इलाका उस समय आर्थिक रूप से पिछड़ा हुआ था
जब हरिवंश जी से नारायण मूर्ति के 70 घंटे काम करने वाले बयान को लेकर सवाल किया गया तब उन्होंने जवाब में कहा कि उनके बयान के बाद जो युवाओं की प्रतिक्रिया सामने आई वो बहुत निराशाजनक है।
कार्यक्रम में अतिथियों को पुष्प गुच्छ एवं स्मृति चिन्ह देखकर सम्मानित किया गया । स्वागत भाषण विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री सुखदेव महतो ने दिया मंच संचालन सहायक प्राध्यापक लीना महंता तथा सुभादीप भद्रा ने किया ।
कार्यक्रम के अंत मे धन्यवाद ज्ञापन श्रीनाथ कॉलेज ऑफ़ एजूकेशन की प्रभारी प्राचार्या श्रीमती रचना रश्मि ने दिया।